प्रदीप दुबे विक्की
औराई भदोही। रामलीला कमेटी कैयरमऊ अपने मंचन से न केवल अपने पूर्वजों की परम्पराओ को जीवित रखा है बल्कि समय समय पर उनके मूल सोच को यथावत रखते हुए अनेक गुणात्मक परिवर्तन भी किया है। आप सभी स्नेही राम भक्त जनों की सहायता और प्रेरणा से ही कमेटी 46 वे वर्ष के मंचन की सफल तैयारी को अंतिम रूप दे रहा है।
हम मंचन को मनोरंजन या सिर्फ पंरपराओं का निर्वाह हो सिर्फ इतना उद्देश्य नही रखते बल्कि श्री राम के जीवन मूल्य समाज मे परिलक्षित हो इसका भी सतत प्रयत्न करते है। आज के जातीय द्वेष को मिटाने की प्रेरणा सबरी राम के स्नेह और निषादराज और श्री राम के मित्रता में मिलती है। तो वही स्त्री का सम्मान सर्वोपरि हो नही तो रावण जैसी दुर्दसा हो सकती है कि सीख भी हमे मिलती है।
श्री रामलीला कमेटी कैयरमऊ सिर्फ मंचन में ही नही समाज में सार्थक बदलाव दिखे इसके लिए अपने ब्यापक उद्देश्यों की प्राप्ति के लिए सतत प्रयास कर रही है।
तारिक खान डेस्क: खनौरी और शंभू बॉर्डर पर धरने पर बैठे किसानों का सब्र का…
सबा अंसारी डेस्क: संभल शाही जामा मस्जिद के कुए को हरिमंदिर बता कर पूजा की…
संजय ठाकुर डेस्क: संभल की जामा मस्जिद को लेकर चल रहे विवाद के बीच उत्तर…
मो0 कुमेल डेस्क: बीते दिसंबर महीने में विश्व हिंदू परिषद (विहिप) के एक कार्यक्रम में…
तारिक आज़मी डेस्क: गूगल मैप की गलत लोकेशन बताने की कई खबरे आपने पढ़ा होगा।…
तारिक आज़मी वाराणसी: वाराणसी नगर निगम खुद को स्मार्ट होने का दावा कागजों पर करता…