प्रमोद दुबे
लखनऊ. राजधानी के वीआईपी इलाके में पुलिस कॉन्स्टेबल की गोली से अमेरिकी मल्टीनैशनल कंपनी ऐपल के एक मैनेजर की मौत हो गई है। बताया जा रहा है कि ऐपल कंपनी के एरिया सेल्स मैनेजर विवेक तिवारी शुक्रवार रात आईफोन की लॉन्चिंग से लौट रहे थे। रास्ते में पुलिस ने उन्हें गाड़ी रोकने का इशारा किया तो बात बढ़ गई और कॉन्स्टेबल प्रशांत चौधरी ने उनपर गोली चला दी। हत्या का केस दर्ज कर आरोपी कॉन्स्टेबल को गिरफ्तार कर लिया गया है। हालांकि आरोपी का कहना है कि उसने अपने बचाव में गोली चलाई क्योंकि विवेक ने उस पर गाड़ी चढ़ाने की कोशिश की थी।
‘कॉन्स्टेबल ने गले में मारी गोली’
लखनऊ के एसएसपी कलानिधि नैथानी ने बताया कि गोमतीनगर थाने में आईपीसी की धारा 302 के तहत हत्या का मामला दर्ज कर लिया गया है। उन्होंने कहा, ‘शिकायतकर्ता सना खान ने बताया है कि शुक्रवार रात वह अपने कलीग विवेक तिवारी के साथ घर जा रही थीं। सीएमएस गोमतीनगर विस्तार के पास उनकी गाड़ी खड़ी थी, तभी सामने से दो पुलिसवाले आए और इन्होंने बचकर निकलने की कोशिश की।’ वहीं, घटना के वक्त विवेक के साथ गाड़ी में मौजूद सहकर्मी सना का आरोप है कि कॉन्स्टेबल ने बाइक दौड़ाकर विवेक के गले में गोली मारी। सना की शिकायत पर ही हत्या का मामला दर्ज किया गया है।
पत्नी का आरोप, हादसा नहीं हत्या
इस बीच लखनऊ पुलिस के दावे पर पत्नी कल्पना ने सवाल उठाए हैं। एक टीवी चैनल से बातचीत में उन्होंने पुलिस पर हत्या का आरोप लगाते हुए कहा, ‘यह हादसा नहीं हत्या है। पुलिस ने मेरे पति की गाड़ी पर गोली क्यों चलाई। पति से रात में डेढ़ बजे मेरी बात हुई थी। मेरी जानकारी में था कि सना विवेक के साथ थी। सीएम योगी आदित्यनाथ आएंगे तभी अंतिम संस्कार किया जाएगा।’ इसके साथ ही कल्पना ने आपत्तिजनक स्थिति में देखे जाने के पुलिस के दावे को गलत ठहराते हुए कहा, ‘मेरे पति आपत्तिजनक हालत में नहीं थे। उनके कैरेक्टर पर पुलिस का दावा गलत है। गलत करते देखे थे तो उन्हें जेल में डाल देना चाहिए।’
विवेक का इरादा हमें मारने का था: आरोपी कॉन्स्टेबल
इस बीच चश्मदीद सना से पुलिस पूछताछ कर रही है। गोली चलाने वाले आरोपी कॉन्स्टेबल प्रशांत चौधरी ने अपने बचाव में कहा है, ‘हम लोग गश्त पर थे। इसी दौरान विवेक ने हम पर गाड़ी चढ़ाई। विवेक का इरादा हमें जान से मारने का था। उसने तीन बार गाड़ी रिवर्स गियर में करके हमें कुचलने की कोशिश की। अंदर गाड़ी में कौन बैठा था यह नहीं दिखा’
एसएसपी की सफाई
एसएसपी ने आरोप पर सफाई देते हुए कहा, ‘दो अन्य पुलिसवालों ने भी उन्हें रोकने की कोशिश की तो वह नहीं रुके और कॉन्स्टेबल ने गोली चला दी। इसके बाद घबराकर उनकी कार अंडरपास के पिलर से टकरा गई और विवेक को गहरी चोट आई। पुलिस उसे अस्पताल ले गई जहां देर रात उनकी मौत हो गई।’ मौके पर आला-अधिकारी पहुंचे और घटनास्थल का मुआयना किया। विवेक के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया है।
पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट का इंतजार
प्रत्यक्षदर्शियों के हवाले से एसएसपी ने बताया कि बच निकलने के चक्कर में विवेक की गाड़ी ने एक पुलिसवाले की मोटरसाइकल को भी टक्कर मारी। इसके बाद कॉन्स्टेबल प्रशांत चौधरी ने एक फायर किया और बुलेट कार के विंड शील्ड को पार कर गया। उनका कहना है कि विवेक की मौत कार के टकराने से आई ऐक्सिडेंटल चोटों की वजह से हुई है या गोली लगने से यह पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद स्पष्ट हो पाएगा।
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