आदिल अहमद
डेस्क। संघ प्रमुख मोहन भागवत ने दशहरे के सालाना कार्यक्रम में केंद्र सरकार को अयोध्या में राम मंदिर बनवाने की याद दिलाई थी, भागवत ने कहा था कि राम मंदिर निर्माण के लिए कानून बनाए जाने की जरूरत है।
अब बीजेपी के शीर्ष नेतृत्व ने बुधवार (24 अक्टूबर, 2018) को कहा कि उसे उम्मीद है कि सुप्रीम कोर्ट का इस मामले पर फैसला जल्द आ जाएगा। सत्ताधारी पार्टी के इस रुख से पता चलता है कि वह इस मुद्दे पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले का इंतजार कर सकती है। सूत्रों के मुताबिक, बीजेपी के अध्यक्ष अमित शाह ने आरएसएस, उसके सहयोगी संगठनों और यूपी सरकार की समन्वय बैठक में बुधवार को ऐसे संकेत दिए।
सूत्रों के मुताबिक, शाह ने जवाब दिया कि राम मंदिर पर मोदी सरकार वचनबद्ध है, लेकिन सरकार संविधान से बंधी हुई है। शाह ने बैठक में मौजूद लोगों से कहा कि सुप्रीम कोर्ट इस मुद्दे पर सुनवाई शुरू करने वाला है और पार्टी को उम्मीद है कि फैसला जल्द से जल्द आ जाएगा।
मो0 कुमेल डेस्क: बुलडोज़र से किसी का आशियाना या घर तोड़ने से पहले सरकार या…
मोनू अंसारी डेस्क: हिजबुल्लाह ने दावा किया है कि उसने इसराइल के कई इलाको पर…
अबरार अहमद प्रयागराज: ब्लॉक श्रृंगवेरपुर के मोहिद्दीनपुर गांव में बंदरों आतंक लगातार जारी है जिसकी…
तारिक आज़मी वाराणसी: ज्ञानवापी मस्जिद की देख रेख करने वाली तंजीम अन्जुमन इन्तेज़मियां मसाजिद कमेटी…
कल्पना पाण्डेय इतने सालों बाद हमे शर्म से ये स्वीकार कर लेना चाहिए कि धार्मिक…
तारिक खान डेस्क: एक कलाम का मिसरा है कि 'झुकती है दुनिया, झुकाने वाला चाहिए।'…