अनुपम राज
वाराणसी : रामनगर की रामलीला विश्व प्रसिद्ध है. जानते है इस विश्व प्रसिद्ध रामलीला में संवाद के दौरान किसी भी तरह का कोई भी ध्वनि विस्तारक यंत्र का प्रयोग नहीं होता है। वहीं रामलीला में रोशनी बिखेरने के लिए आज भी यहां मशालें और पेट्रोमेक्स का ही प्रयोग होता है। विज्ञान के इस युग में जहां बिजली के लिए जेनरेटर, इन्वर्टर, सोलर पैनल का उपयोग हम अपनी सुविधा के लिए कर रहे हैं वहीं रामनगर की विश्व प्रसिद्ध रामलीला में लीला स्थल पर प्रकाश के लिए रोशनी की दूसरी पीढी को देखकर मन रोमांचित हो उठता है।
शफी उस्मानी डेस्क: हिंदल वली गरीब नवाज़ ख्वाजा मोइंनुद्दीन चिश्ती रहमतुल्लाह अलैही के उर्स मुबारक…
ईदुल अमीन डेस्क: उत्तर प्रदेश के कन्नौज रेलवे स्टेशन के पास शनिवार को निर्माणाधीन इमारत…
मो0 कुमेल डेस्क: केरल के पथानामथिट्टा ज़िले में एक 18 साल की दलित-एथलीट युवती द्वारा…
तारिक खान डेस्क: नगीना से सांसद चंद्रशेखर आज़ाद ने कुम्भ मेले को लेकर सरकार पर…
आफताब फारुकी डेस्क: असम के दीमा हसाओ ज़िले की एक खदान में फंसे मज़दूरों को…
सबा अंसारी डेस्क: इंडिया गठबंधन के घटक दल शिवसेना (उद्धव गुट) के नेता संजय राउत…