मां कात्यायनी के दर्शन कर भक्त निहाल, उमड़ी भीड़
प्रदीप दुबे
ज्ञानपुर(भदोही) शारदीय नवरात्रि के छठवें दिन सोमवार को देवी मंदिरों में आदि शक्ति मां दुर्गा के छठे स्वरूप सुख-समृद्धि की प्रतीक मां कात्यायनी देवी का विधि विधान से पूजन अर्चन किया गया। देवी मंदिरों में उमड़े श्रद्धालुओं ने मां के दर्शन कर अपने आप को निहाल किया ।साथ ही सुख समृद्धि व सुखी दांपत्य जीवन की कामना की। विधि विधान के चले पूजन अर्चन के दौरान अर्गला स्त्रोत व देवी तंत्रोक्ति से पूरा वातावरण गुंजायमान रहा ।
शारदीय नवरात्र में नगरी क्षेत्र सेे लेकर ग्रामीण अंचल तक मां दुर्गा के रंग में रंग चुका है । चहुंओर माता रानी के दर्शन पूजन की धूम मची है । सोमवार को देवी मंदिरों में सुबह से ही मां के छठे स्वरूप मां कात्यायनी के दर्शन के लिए कतार लग गई। विशेषकर महिला व युवतियों की अधिकता दिख रही है । भक्तजन दर्शन पूजन के साथ रामचरितमानस पाठ आज भी करते देखे जा रहे हैं। उधर दुर्गा पंडालों में भी श्रद्धालुओं की भीड़ रही है शाम ढलते ही पंडालों में लोगों के पहुंचने का सिलसिला देर रात तक जारी रहता है । देवी भक्ति गीतों से पूरा क्षेत्र भक्तिमयं हो गया है । नगर के हरिहर नाथ मंदिर ,घोपईला माता मंदिर आदि स्थानों पर दर्शन पूजन करने का सिलसिला भोर से ही शुरू हो जा रहा है ।तो देर रात तक चल रहा है ।महिलाएं गीतों के जरिए देवी स्तुति कर रही हैं ।पुराणों के अनुसार आदि शक्ति के रूप कात्यायनी की विधि विधान से पूजन करने से भौतिक सुख की प्राप्ति होती है। जीवन सुखी रहता है ।कात्यायनी ऋषि घोर तपस्या कर आदि शक्ति को प्रसन्न करते हुए उन्हें अपनी पुत्री के रुप मे मांगते हैं।जबकि देवी को अजन्मा माना जाता है।ऋषि की तपस्या से प्रसन्न माता उनके कुल मे जन्म लेती हैं।इसी से इनका नाम कात्यायनी देवी पड़ा।जो सच्चे हृदय से माता की पूजा व जागरण करता है माता की कृपा दृष्टि उसपर बनी रहती है।