फारुख हुसैन
बेहजम-खीरी। कुल्हाड़ी से वार कर मौत के घाट उतारे गए जुनैद की हत्या प्री-प्लांड नहीं थी। बल्कि घर में ही बेटी के साथ आपत्तिजनक अवस्था में पकड़ लिए जाने पर लड़की के पिता ने अपने रिश्तेदारों के साथ मिलकर अंजाम दी थी। इसकी पुष्टि खुद एसओ नीमगांव पान सिंह ने आरोपी को जेल भेजने के बाद दी।
एसओ पान सिंह ने बताया कि पकड़े गए हत्यारोपी से जब पूछताछ की गई तो उसने बताया कि घटना वाली रात उसने अपने घर में ही जुनैद को उसकी बेटी के साथ आपत्तिजनक अवस्था में पकड़ लिया था। यह देखकर वह गुस्से से आग बबूला हो उठा था। उस समय उसके दो साथी भी घर में थे। उन्होंने दरवाजा बंद कर लिया। इसके बाद जामिद कुल्हाड़ी उठा लाया। जुनैद को जान से मारने की नीयत से उसके ऊपर ताबड़तोड़ हमला शुरू कर दिया। इस बीच चीख-पुकार सुनकर जामिद के पिता मुश्ताक बाहर आ गए। उन्होंने युवक को बचाने के लिए घर का दरवाजा खोल दिया। इसके बाद लहूलुहान चीखता-चिल्लाता घर से भाग निकला। वहीं पकड़े जाने के डर से मुख्य हत्यारोपी जामिद व उसके दोनों साथी भी घर से रफूचक्कर हो गए थे।
गौरतलब रहे कि 14/15 नवम्बर की रात जुनैद को जामिद ने घर में ही बंद कर कुल्हाड़ी से वार कर बुरी तरह लहूलुहान कर दिया था। इस मामले में ग्रामीण पहले से ही जामिद की बेटी से प्रेम प्रसंग बता रहे थे। हालांकि मृतक की मां ने इससे इंकार किया था। मां का कहना था कि जामिद ने एक महीने पहले बकरी चराने को लेकर हुए विवाद के चलते उसके बेटे को मार डाला है। अब जबकि जामिद ने खुद पुलिस को बयान दे दिया है। ऐसे में आनर किलिंग की बात ही सच साबित हुई।
दिन भर उड़ती रही जामिद के मरने की अफवाहा
बेहजम-खीरी। जुनैद को मरणासन्न हालत में कर मौके से भाग निकलने वाले जामिद को एक तरफ पुलिस ढूंढ रही थी। वहीं ग्रामीण भी उसकी ताक में थे। इस बीच खबर मिली कि वह परसेहरा तालाब के पास मौजूद है। ग्रामीणों ने उसे मौके से पकड़ लिया और गांव लाकर उसकी पिटाई शुरू कर दी। किसी ग्रामीण ने इसकी सूचना पुलिस को दे दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने हत्यारोपी जामिद को लोगों के चंगुल से छुड़ाया और हिरासत में लेकर सीएचसी बेहजम में भर्ती कराया। वहां उपचार के बाद पुलिस उसे नीमगांव थाने ले गई। पूछताछ के बाद उसे लाकअप में बंद कर दिया।
रात तीन बजे जामिद की हालत फिर खराब हो गई। तब पुलिस ने उसे जिला अस्पताल ले जाकर भर्ती कराया। इधर गांव में अफवाह फैल गई कि जामिद ने उपचार के दौरान दम तोड़ लिया। इस अफवाह के बाद गांव में तरह-तरह की चर्चाओं का बाजार गर्म था। लेकिन एसओ नीमगांव पान सिंह ने इन अफवाहों को तोड़ते हुए बताया कि जिला अस्पताल में उपचार के बाद हत्यारोपी की हालत खतरे से बाहर है। उसे अस्पताल से छुट्टी मिलने के बाद जेल भेज दिया गया था।
कहां है जामिद की बेटी
बेहजम-खीरी। जुनैद मर चुका है। जामिद जेल में है। लेकिन इस बीच सबसे बड़ा सवाल है कि जामिद की बेटी कहां है। दरअसल आपत्तिजनक अवस्था में पकड़े जाने के बाद जब जामिद व उसके दो साथियों ने कुल्हाड़ी से वार कर उसे घालय कर दिया था। पिता के दरवाजा खोल देने पर जुनैद भाग निकला था। तब पकड़े जाने के डर से जामिद व उसके दोनों साथी भी फरार हो गए थे। इसके बाद जामिद की बेटी भी घर से भाग खड़ी हुई थी। तब से उसका भी कहीं कोई अता-पता नहीं। हालांकि कल गांव में बेटी की भी हत्या की अफवाहें सुनाई दे रही थीं। पर इन अफवाहों की तभी हकीकत खुलेगी जब उसका पता चल सकेगा।
पुलिस का था मुकम्मल इंतज़ाम, जब हुआ जुनैद का अंतिम संस्कार
बेहजम-खीरी। बृहस्पतिवार की रात जुनैद का शव घर लाया गया। अंतिम दर्शन के लिए लोगों की भीड़ जमा हो गई। तनाव को देखते हुए गांव में पुलिस सुबह से ही तैनात थी। शुक्रवार की सुबह 10 बजे मृतक का अंतिम संस्कार किया गया। पुलिस की सुरक्षा में गांव सहित आस-पास गांवों के हजारों लोग शव यात्रा में शामिल हुए। इसके बाद शव को कब्रिस्तान में ले जाकर सुपुर्द-ए-खाक किया गया।
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