अंजनी राय
डेस्क. लिंगायत समुदाय के प्रतिष्ठित संत सिद्दागंगा का सोमवार को 111 साल की उम्र में निधन हो गया। सिद्दागंगा पिछले कुछ दिनों से बीमार से चल रहे थे और उनका इलाज चल रहा था। सिद्दागंगा लिंगायत समुदाय में पूजनीय थे। वह सिद्दागंगा मठ के प्रमुख भी थे। उनका समाज के सभी वर्गों पर प्रभाव था। यहां तक सभी दलों के राजनेता उनका आशीर्वाद प्राप्त करते थे।
मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक मठ में उनका इलाज करने वाले डॉक्टरों का कहना है कि स्वामी फेफड़े के संक्रमण से पीड़ित थे और उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया था। स्वामी की तबीयत में रविवार को थोड़ा सुधार आया था लेकिन सोमवार सुबह उन्हें दिक्कत होने लगी जिसके बाद उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया।
सिद्दारमैया के निधन का समाचार मिलते ही पूरे राज्य में शोक की लहर फैल गई। मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी, पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा सहित बड़ी संख्या में राजनीतिक दलों के नेता अपने कार्यक्रम स्थगित कर दिवंगत स्वामी के अंति दर्शन के लिए पहुंचे। तुमाकुरु शहर के बाहरी इलाके में स्थित मठ में बड़ी संख्या में सिद्दागंगा के भक्त, अनुयायी और राजनेताओं के पहुंचने का सिलसिला जारी है।
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