तारिक खान
प्रयागराज, । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस बाद कुंभ में स्वच्छता के लिए सफाई कर्मियों को अनोखा सम्मान देकर लोगों का जिल जीत लिया साथ ही छुआछूत, ऊंचनीच और भेदभाव को समाज से विदा करने का संदेश दिया। इसके लिए सफाई कर्मियों की चरण धोकर वंदना एक अनूठी पहल रही। मोदी ने कहा कि इस बार कुंभ की पहचान स्वच्छता से हुई है। महात्मा गांधी ने सौ साल पहले स्वच्छ कुंभ की इच्छा जताई थी, जब वह हरिद्वार कुंभ में गए थे। इस सफाई अभियान को सफल बनाने के लिए सरकार कृत संकल्प है। इस मौके पर मोदी ने दिव्य व भव्य कुंभ में लगे स्वच्छता कर्मियों, स्वच्छाग्रहियों व सुरक्षाकर्मियों को विविध भांति सम्मानित किया।
सफाईकर्मियों के चरण धोकर वंदना
मोदी ने कहा कि मैं मां गंगा के बुलावे पर आपकी सेवा में लगा हूं। मैं नाविक भाइयों को भी आदरपूर्वक नमन करता हूं। इस कुंभ में कई काम पहली बार हुए हैं। मुझे बताया गया है कि लाखों लोगों ने अक्षयवट व सरस्वती कूप के दर्शन किए हैं। कुंभ में यूपी पुलिस ने जो भूमिका निभाई है, उसकी सराहना चारों तरफ हो रही है। सुरक्षा के जवान बधाई के अधिकारी हैं। पहले कुंभ के लिए अस्थाई काम होते थे, इस बार स्थायी काम हुए हैं, यह इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूती देंगे। मोदी ने कहा कि आज इन सफाईकर्मी भाइयों और बहनों के चरण धुलकर मैंने वन्दना की है। वो पल मेरे साथ जीवनभर रहेगा। उनका आशीर्वाद, उनका स्नेह, आप सभी का आशीर्वाद ऐसे ही बना रहे, ऐसे ही मैं आप लोगों की सेवा करता रहूँ। यही मेरी कामना है। इस बार के कुंभ ने देश को स्वच्छता का संदेश दिया। इसके बाद प्रधानमंत्री ने गंगा मैया-यमुना मैया और सरस्वती मैया की जयकार की साथ संबोधन खत्म कर दिया।
त्रिवेणी में लगाई पांच डुबकियां
अध्यात्मिक नगरी प्रयागराज पहुंचे मोदी ने पहले पवित्र त्रिवेणी में पुण्य की पांच डुबकियां लगाई। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद और दिनेश शर्मा, मंत्री सुरेश खन्ना भी उनके साथ थे। दो मिनट की वीडियो फिल्म भी दिखाई गई। बोले तप के साथ प्रयाग नगरी का नाता रहा है। जिस जगह 20-22 करोड़ लोग जुटे हों, वहां सफाई बहुत बड़ी चीज है। आपने साबित कर दिया है कि नामुमकिन कुछ भी नहीं है। कर्मयोगियों-स्वच्छाग्रहियों की मेहनत का पता मुझे दिल्ली में चलता था। मोदी ने कहा कि मीडिया में भी मैंने देखा है कि इस बार लोगों ने कुंभ की सफाई की चर्चा की। इस बार कुंभ की पहचान स्वच्छ कुंभ के रूप में हुई है।
मोदी ने ओढ़ी भगवा शाल
प्रधानमंत्री ने पूजा और आरती के मौके पर भगवा रंग की शाल ओढ़ी और संबोधन के समय भगवा वस्त्र भी धारण किए। प्रधानमंत्री की संगम पर पूजा के दौरान भीड़ पड़ोसी देश के मुर्दाबाद के नारे लगा रही है लेकिन भीड़ की आवाज काफी दूर पूजा पंडाल तक पहुंचती रही। त्रिवेणी पूजन से निवृत्त होने के बाद उन्होंने चेंजिंग रूम जाकर कपड़े बदले और संगम आरती की और पूजा संपन्न होने के बाद पुजारियों को दक्षिणा दी। पुजारी से संक्षिप्त बातचीत भी की।
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