आफ़ताब फ़ारूक़ी
प्रयागराज। समाजसेवी का प्रयास एक बार फिर रंग लाया । एसआरएन अस्पताल में इलाज के दौरान एक युवक की मौत हो गई। उसका पता यहां गलत दर्ज था। लेकिन समाजसेवी ने उसका पता गांव के लोग मच्र्यूरी पहुंचे और शव को अंतिम संस्कार के लिए ले गए। समाजसेवी के इस प्रयास की सभी न सराहना की। जानकारी के अनुसार 8 / 2 19 को किसी ने छोटू 25 पुत्र अज्ञात निवासी पूरे खागेरी को एसआरएन में दाखिल करा दिया। इलाज के दौरान 16 / 2 / 19 को उसकी मौत हो गई। डाक्टरों ने पुलिस को खबर देकर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
इस बीच सामाजसेवी मो. आरिफ ने जब पता लगाया कि मृतक का नाम छोटू ही है और उसके पिता का नाम मुन्नी लाल है। वह पूरे खगनपुर थाना घूरपुर का रहने वाला था। इस पर उन्होनंे घूरपुर थानाध्यक्ष से संपर्क किया और फोटो भेजी। थाने की पुलिस ने गांव वालों को बुलाकर फोटो दिखाई तो गांव वालों ने शिनाख्त कर ली ।
18 / 2 / 19 को बड़ी संख्या में गांव के लोग पहुचे और शव की शिनाख्त करते हुए पुलिस को बताया कि छोटू के बचपन मे ही माता पिता की मौत हो गई थी और उसका एक भाई राकेश मानसिक रूप से विक्षिप्त है और घर पर नहीं रहता है। पुलिस ने युवक का पोस्टमार्टम कराने के बाद शव को गांव वालों को सौंप दिया।
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