विकास राय
बलिया। लोकसभा चुनाव 2019 में सपा के राष्ट्रीय महासचिव एवं प्रवक्ता राजीव राय के समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी के रुप में अपनी दावेदारी ठोंकने से जिले में राजनैतिक सरगर्मी बढ़ गयी है। अब तक बलिया लोकसभा के लिए समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी के रूप में टिकट के लिए सपा जिलाध्यक्ष संग्राम यादव और राज्य सभा सदस्य नीरज शेखर के ही नाम केवल चर्चा में थे। लेकिन राजीव राय ने भी बलियां लोकसभा सीट पर अपनी दावेदारी ठोंक कर समाजवादी पार्टी के हाईकमान के सामने जो अपने पक्ष में जातीय समीकरण पेश किया है उससे हाईकमान भी विचारणीय मुद्रा में आ गया हैं।
बलिया लोकसभा में कुल 1768271 मतदाता हैं। इस लोकसभा में सात विधानसभाएं हैं जिसमे जहुराबाद में 371056 मतदाता, मुहम्मदाबाद में 392317 मतदाता, फेफना में 313972, बलिया में 359800, बैरिया 331126 मतदाता हैं। बलिया लोकसभा भुमिहार बाहुल्य लोक सभा क्षेत्र है। जिसमें गठबंधन में मुस्लिम, यादव और दलित मतदाताओं की संख्या करीब 57 प्रतिशत है। बलिया लोकसभा में भूमिहार बाहुल्य मुहम्मदाबाद और जहुराबाद विधानसभा जो किसी भी परिणाम को उटल-फेर करने में सक्षम है। राजीव राय ने हाईकमान के सामने कहा कि गठबंधन के मतदाताओं के साथ अगर भूमिहार मतदाताओं का एक बोनस वोट मिल जायेगा तो कोई भी किला फतेह किया जा सकता है।
राजीव राय के दावेदारी से पूरे बलिया लोकसभा में हलचल मच गया है।राजीव राय खुद भी बलियां लोक सभा क्षेत्र के फेफना बिधानसभा क्षेत्र के सुरहीं के रहने वाले है।घोसी से पूर्व में लोक सभा चुनाव लड चुके राजीव राय लोकप्रियता के मामले में घोसी और बलियां दोनों लोक सभा क्षेत्र में अपनी कार्य शैली अपने व्यक्तित्व और व्यवहार के बदौलत जन जन में अपनी पहचान कायम कर चुके है। अभी तक समाजवादी पार्टी में नीरज शेखर एक मजबूत राजनेता और अखिलेश जी के करीबी माने जाते हैं। जिससे उनकी पत्नी डा. सुषमा शेखर का टिकट पक्का माना जाता था।इस समय प्रायः नीरज शेखर क्षेत्र में हर जगह दिखाई भी दे रहे है।कहने को तो नीरज शेखर ने अपने को लोक सभा प्रत्याशी के दौड़ से बाहर बताया है और प्रत्याशी का चयन हाईकमान पर छोड़ दिया है।
इसके बावजूद नीरज शेखर टिकट की दौड में शामिल है।यह उनकी सोची समझी राजनीति का हिस्सा है।वह अब भी अपने पिता स्व चन्द्रशेखर जी के नाम पर बलिया लोक सभा सीट का मोह नहीं त्याग पा रहे है।लगभग बारह साल की राजनीति में नीरज शेखर इतना सक्रिय कभी नहीं देखे गये थे क्षेत्र में जितनी भाग दौड इस समय कर रहे है।इसी बीच राजीव राय ने भूमिहार कार्ड का समीकरण खेल कर सबको चौंका दिया है। हाईकमान भी विचारणीय मुद्रा में होकर अब एक नये रास्ते की तलाश में चल दिया हैं।
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