गौरव जैन
रामपुर। लोकसभा चुनाव से पहले डीएसओ को हटाये जाने की मांग को लेकर आल इंडिया मुस्लिम लीग ने चुनाव आयुक्त को ज्ञापन भेजा है।
मुस्लिम लीग के जिलाध्यक्ष फारूक मियां ने चुनाव आयुक्त को भेजे पत्र में कहा है कि डीएसओ रीना कुमारी पिछले ढाई सालो से रामपुर में तैनात है और अपने कार्यकाल में उन्होने पूर्ति विभाग को दलालों व राशन माफियाओं का अड्डा बना रखा है। पूर्ति विभाग में हर समय दलाल व राशन माफियाओं का जमावड़ा रहता है। पूर्ति विभाग में राशन माफियाओं व दलालों की वजह से पीडि़त जनता की कोई सुनने वाला नही है। पात्र व्यक्ति अपने राशन कार्ड में नाम बढ़वाने या कार्ड बनवाने के लिए पूर्ति विभाग के चक्कर ही काटता रहता है जबकि दलालों व राशन माफियाओं का काम शाम पांच बजे के बाद से कमरा बंद करके रात तक किया जाता है। मंगलवार को रविदास जयंती होने के बाद भी पूर्ति कार्यालय खुला हुआ था और कार्यालय में दलाल व राशन माफियाओं ने घेरा डाल रखा था तथा बड़े पैमाने पर अपात्रों के नामो की फीडिंग की जा रही थी जबकि आम जनता के नसीब में सिर्फ पूर्ति विभाग के धक्के ही लिखे हुए है।
पत्र में कहा गया है कि पूर्ति अधिकारी रीना कुमारी खुलकर एक पूर्व सत्ता पक्ष पार्टी समर्थित डिपो होल्डरो से मोटी रकम लेकर उनके यूनिटों की भरमार कर रही है जबकि उक्त लोगो के यूनिटों की जांच की जाये तो पता चल जायेगा कितने अपात्र यूनिट उसमें शामिल है। डीएसओ द्वारा एक पार्टी विशेष के डिपो होल्डरो से मोटी रकम लेकर बड़े पैमाने पर राशन कार्डो में यूनिटों का खेल खेल रही है जिसका सीधा फायदा आगामी लोकसभा चुनाव में उस पार्टी के प्रत्याशी को मिलेगा जिस कारण आगामी लोक सभा चुनाव निष्पक्ष तरीके से होने की संभावना कम ही है। उन्होने कहा कि चुनाव आयोग द्वारा देश में लोकसभा चुनाव निष्पक्ष तरीके से कराये जाने के दावे पूरे किस प्रकार हो सकते है जहां पर डीएसओ द्वारा मोटी रकम लेकर एक पार्टी समर्थित डिपो होल्डरो को भरपूर फायदा पहुंचाया जा रहा है ऐसे में लोस चुनाव में निष्पक्षता की बात करना ही बेकार है।
चुनाव आयोग ऐसे अधिकारियों की लिस्ट बनाकर उनको शीघ्र जिले से बाहर का रास्ता दिखाये ताकि चुनाव आयोग पर जो लोगो की विश्वसनीयता बनी हुई है वह बरकरार रहे। उन्होने कहा कि यदि डीएसओ को शीघ्र ही रामपुर से नही हटाया गया तो फिर मुस्लिम लीग के कार्यकर्ताओं द्वारा जन आन्दोलन किया जायेगा और तब तक आन्दोलन करते रहेंगे जब तक डीएसओ जैसी महाभ्रष्ट महिला रामपुर की सीमा से बाहर नही चली जाती। पत्र में कहा गया है कि डीएसओ के पति भी रामपुर के आबकारी विभाग में उपनिरीक्षक के पद पर तैनात है इसलिए दोनो पति-पत्नि द्वारा पूर्व सत्ता पक्ष पार्टी को भरपूर फायदा पहुंचाया जा सकता है जो चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर प्रश्न चिन्ह लगा सकता है।
फारुख हुसैन डेस्क: बड़े बड़े इनामिया अपराधी देखा होगा। कई ऐसे होते है कि गर्व…
ईदुल अमीन डेस्क: कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के हेलीकॉप्टर को झारखंड के गोड्डा मेंएक चुनावी सभा…
तारिक आज़मी डेस्क: आज 15 नवम्बर को जब पूरा देश देव दीपावली मना रहा है,…
आफताब फारुकी डेस्क: स्पेन के उत्तर पूर्वी इलाके के ज़ारागोज़ा के नज़दीक एक केयर होम…
अबरार अहमद डेस्क: उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी) ने बताया है कि पीसीएस-प्री की…
आदिल अहमद डेस्क: राजस्थान विधानसभा उपचुनाव में निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीणा की गिरफ़्तारी के बाद…