फारुख हुसैन
पलिया कलां खीरी। पलिया नगर में किसी भी श्मशान घाट ने होने के कारण नगर वासियों को शवों के अंतिम संस्कार करने में खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है और इधर ज्यों ज्यों बारिश के दिन नजदीक आने शुरू हो रहे हैं वैसे वैसे नगर वासियों के माथे पर चिंता की लकीरें उभरनी शुरू हो गई हैं। आखिर हो भी क्यों ना यह समस्या तो उनके लिये प्रत्येक वर्ष की है और उन्होने अपनी इस समस्या को दूर करने के लिये काफी प्रयत्न किये परंतु उन्हे सफलता नहीं मिल सकी।
उन्होने तहसील प्रशासन से भी इस बारे में बात की परंतु तहसील प्रशासन भी अभी तक श्मशान घाट का निर्माण करवाने में कोई दिलचस्पी लेता दिखाई नहीं दे रहा है इसके अलावा नगरवासियों ने हर जन प्रतिनिधि के सामने भी अपनी इस समस्या को बताया परंतु वह भी इस बात को गंभीरता से नहीं ले रहें हैं और यहीं नहीं नगर वासियों ने इस बात को नगर के महामहिम जन प्रतिनिधि से कहा परंतु वह भी इस बात को गंभीरता से नहीं ले रहे हैं जिसके चलते नगर वासियों में खाशा रोष व्याप्त होता दिखाई देने लगा है।
उल्लेखनीय है कि नगरवासी को शवों का अंतिम संस्कार करने के लिये नगर से पांच किमी दूर भीरा रोड पर शारदा नदी के तट पर जाना पड़ता है परंतु वहां भी रेलवे विभाग द्वारा शवों का अंतिम संस्कार करने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है जिसके कारण अब नगर वासियों की मुश्किलें काफी बढ़ गयी हैं और इतनी मुश्किले होने के बावजूद भी काफी समय होने के पश्चात भी अभी तक नगर में कहीं भी श्मशान घाट का निर्माण नहीं हो सका है और उनकी मुश्किलें और जब बढ़ जाती है जब बारिश का मौसम आता है उस समय तो शवों के अंतिम संस्कार में समझों मुसीबतों का तो अंबार लग जाता है क्योंकि शारदा नदी में बाढ़ आ जाती है और तब शवों को अंतिम संस्कार के लिये वहां तक ले जाना मुश्किल हो जाता है
इन सब समस्याओं को देखते हुए ही काफी समय पूर्व श्मशान घाट के लिये चिन्हित की गयी जमीन जो कि पलिया नगर स्थित मोहल्ला सुभाष नगर के चिकनी तलैय्या में था वहां श्मशान घाट का निर्माण करवाया गया परंतु इसमें कुछ ही दिनों के बाद कुछ राजनीतिक दांव पेच के चलते दंबगों द्वारा अवैध तरीके से कब्जा कर लिया गया। जिसको लेकर नगरवासियों ने नगर पालिका प्रशासन से लेकर तहसील प्रशासन तक श्मशान घाट को अवैध तरीके से कब्जा लिये हुए दंबगो से कब्जा मुक्त कराने की मांग की गयी पर॔तु काफी प्रयासों के बाद भी प्रशासन इसे खाली नहीं करवा सका ।सूत्रों की माने तो इसमें प्रशासन पर बड़ा राजनीतिक दबाव भी रहा ।इस बात के लिये नगर वासियों ने सभी जनप्रतिनिधि से भी बात कही परंतु किसी ने अभी तक इस बात पर ध्यान देना उचित नहीं समझ रहें हैं
जब महामहिम जनप्रतिनिधि से कहा गया तो वह भी बस अभी तक आश्वासन ही दे रहें हैं। फिलहाल पूर्व पालिका अध्यक्ष के द्वारा नगरवासियों को बताया गया था कि श्मशान घाट के लिये एक राशी स्वीक्रत हो गयी है जिससे नगर वासियों को लगा था कि जल्द ही उन्हे इन परेशानियों से मुक्ति मिल जायेगी परतु श्मशान घाट की स्वीक्रत राशि होने के बावजूद भी अभी तक उसका जीर्णोधार नहीं हो सका और बड़ा सवाल यह भी है कि यदि राशि स्वीक्रत हुई थी तो अभी तक श्मशानघाट का निर्माण क्यों नहीं हो सका और वह राशि कहां चली गयी यह सोचनीय विषय बन चुका है जिसमें जांच पड़ताल होनी भी जरूरी हो गयी है ।
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