तीर्थ राज प्रयाग में कुंभ पर्व के दौरान संगम की रेती पर श्रद्धालुओं, भक्तों को संतों का भरपूर आशीर्वाद मिला
विकास राय
प्रयागराज
लेकिन किन्नर अखाड़े ने आशीर्वाद के तहत अक्षत और सिक्के भी दिए। मेले के दौरान श्रद्धालुओं में सोने और चांदी के ऐसे 85 लाख सिक्के बांटे गए। हालांकि, यह भारतीय मुद्रा नहीं बल्कि अखाड़े की ओर से खास तौर पर ढलाए गए सिक्के हैं, जिनके एक ओर अर्द्धनारीश्वर और दूसरी ओर माता बऊचरा का चित्र अंकित है। मान्यता है कि इन सिक्कों को अपने पास रखने से मंगल कामना पूरी होने के साथ ही उन्नति भी होती है।
मेले के दौरान अखाड़े में दर्शन को पहुंचे श्रद्धालुओं को किन्नर अखाड़े की आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी सहित अन्य संत-महात्माओं की ओर से सिक्के के साथ ही अक्षत भी दिया गया। आचार्य लक्ष्मी नरायण त्रिपाठी के मुताबिक जन्म लेने वाले बच्चे या बच्ची को सबसे पहले किन्नरों की ही गोद में देकर आशीर्वाद दिलाया जाता है, ऐसे में उस बच्चे से हमें भी माता-पिता जितना ही लगाव होता है। सिक्के को हरे कपड़े में बांधकर जेब और लाल कपड़े में बांधकर तिजोरी में रखना शुभतादायी है। इससे आर्थिक लाभ के साथ ही मन भी शांत होता है।
किन्नर अखाड़े की आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी लक्ष्मीनारायण त्रिपाठी के मुताबिक प्रयागराजवासी रविवार को कुंभ मेले के सेक्टर बारह स्थित शिविर के आर्ट विलेज में दोपहर दो से रात दस बजे तक मुलाकात कर सकेंगे।
महाशिवरात्रि को अमरत्व स्नान किन्नर अखाड़ा फिलहाल महाशिवरात्रि तक कुंभ मेला क्षेत्र में रुकेगा। महाशिवरात्रि को ही दोपहर एक बजे संगम पर कुंभपर्व के अंतिम अमरत्व स्नान होगा। अगले दिन अखाड़े की ओर से प्रयागराजवासियों के प्रति धन्यवाद ज्ञापित करने के लिए ‘आभार यात्रा’ निकाली जाएगी। दारागंज के नागवासुकि मार्ग से आरंभ यात्रा अलोपीबाग, फोर्ट रोड, बैरहना, रामबाग, बाई का बाग होते हुए रामभवन चौराहे पहुंचकर पूरी होगी। इसमें अखाडे़ के सभी संत-महात्मा, पदाधिकारी और बड़ी संख्या में श्रद्धालु शामिल होंगे।