खंड शिक्षाधिकारी ने शिक्षकों के सहयोग से 51 हजार रुपये सैनिक कल्याण कोष मे प्रेषित किया
बापूनन्दन मिश्र
रतनपुरा (मऊ):परिषदीय विद्यालयों द्वारा शहीद जवानों को दी गई श्रद्धांजलि पुलवामा आतंकी हमले में शहीद मां भारती के लाडलो को श्रद्धांजलि अर्पित करने क्रम अनवरत जारी है। गांव – शहर , बालक -बूढा-नौजवान ,पुरूष-महिलाएँ लगातार श्रद्धांजलि सभाओं का आयोजन कर शहीदों को नमन कर श्रद्धांजलि अर्पित कर रहे हैं एवं घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की दुआ कर रहे हैं ।इसी क्रम में रतनपुरा में खंड शिक्षा अधिकारी डा.राजेश कुमार चतुर्वेदी के नेतृव में शिक्षकों ने एक शोक सभा का आयोजन शहीद स्थल पर किया जिसमे इस घटना पर गहरा क्षोभ व्यक्त किया एवं सैनिकों को श्रद्धांजलि अर्पित किया ।शिक्षकों का हुजूम प्राथमिक विद्यालय रतनपुरा प्रथम से ब्लॉक मुख्यालय के बगल मे स्थित शहीद स्थल तक आते-आते श्रद्धांजलि सभा के रुप परिणित हो गया और मोमबत्तियां जलाकर शहीदों की आत्मा की शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना किया। शोक सभा को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने कहा कि सैनिकों पर हुए इस कायराना हमले ने हर भारतीय को झकझोर कर रख दिया है।शिक्षकों ने, जवानों के सम्मान मे, हम खड़े मैदान में।जवानों हम शर्मिंदा हैं, तुम्हारे कातिल जिन्दाबाद ।वंदे मातरम ।भारत माता की जय ।जैसे नारे बुलंद करते हुए पुरे बाजार मे भ्रमण किया ।और कहा कि हर भारतीय आज पाकिस्तान से बदला लेने के लिए उतावला है। हमारे जांबाज सैनिक सीमाओं पर जीवन की विपरीत परिस्थितियों में अपने जान की बाजी लगाकर सीमा पर डटे रहते हैं तब हम चैन की नींद सोते हैं ।आज इन सैनिकों के बलिदान पर हम सभी नतमस्तक हैं । इस उग्रवाद के खात्मे के लिए कठोर से कठोर कदम उठाए जाने की आवश्यकता है ।जुलूस में श सैकड़ों की संख्या में शामिल शिक्षक – शिक्षिकाओं एवं अन्य गणमान्य लोगों ने देश की सेवा करते हुए शहीद जवानों के बलिदान को नमन किया एवं सरकार से आग्रह किया कि वह देश हित मे कोई भी निर्णय लेने के लिए स्वतंत्र है हम सभी साथ हैं।इसी क्रम में शिक्षाधिकारी ने शिक्षकों के सहयोग से 51 हजार रुपये सैनिक कल्याण कोष मे प्रेषित किया। कार्यक्रम में अंजनी कुमार सिंह, सुनील सिंह, जीवधन यादव, कमलेश सिंह,इन्द्रपति यादव,मीरा कुमारी ,पुष्पा सिंह,राज कुमार सिंह, शैलेश राय, आशुतोष राय, जीवन प्रकाश गोस्वामी, उत्तम चन्द, संजय सिंह,अजीत गुप्त, संजीव कुमार सहित सैकड़ो शिक्षक-शिक्षिकाएँ शामिल रहे।