मुकेश यादव
मऊ। शायद सुनने में आपको अटपटा लग रहा है। मगर साहब ये हकीकत है। बेलौली चौकी इंचार्ज साहब डीएम साहब से बड़े है। तभी तो जिलाधिकारी का आदेश शायद उनके ऊपर और उनके क्षेत्र में लागू नही होता है। कुछ सत्ता का साथ तो कुछ स्थानीय एक पत्रकारों के मसीहा का हाथ, चौकी इंचार्ज साहब अब खुद को सुपर चौकी इंचार्ज समझ बैठे है और डीएम के आदेश को भी उठा कर ताख पर धर देते है। डीएम साहब इनका कर क्या सकते है। चार छः नेता और एक पत्रकारों के मसीहा तुरंत चौकी इंचार्ज साहब के लिए खड़े हो जायेगे और लड़ बैठेगे हल्दी घाटी का एक और युद्ध मगर चौकी इंचार्ज साहब को आंच भी नही आने देंगे।
मामला मऊ जनपद के मधुबन थाना क्षेत्र स्थित बेलौली चौकी से सम्बंधित है। इस क्षेत्र में वैसे चौकी इंचार्ज साहब के अन्य कई कारनामे अंजाम को पहुच चुके है। मगर आज जो उन्होंने कारनामा अंजाम दिया है वह साबित करता है कि उनके लिए डीएम का आदेश कोई मायने नही रखता है। प्रदेश के हर एक जिले में डीएम ने आदेश कर निर्देशित किया था कि 21 मार्च को पूर्णतः शराब बंदी रहेगी और किसी प्रकार की मदिरा दुकानों को नही खोला जायेगा।
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