उमेश गुप्ता
मुंबई- आमतौर पर डकैत का रुतबा चोरों से बड़ा माना जाता है। लेकिन देश की आर्थिक राजधानी मुंबई के बैंक मे डकैती पड़ी हो और डकैत चिल्लर ले भागे, तो उसे क्या कहेंगे? डकैत या फिर चिल्लर डकैत। आप माने या ना माने लेकिन, माटुंगा पुलिस की गिरफ्त मे यह सभी डकैत बैंक डकैती के दौरान बैंक मे जमा चिल्लर यानी छुट्टे पैसे ले उड़े, और पकड़े जाने के बाद चिल्लर डकैत साबित हुए।
दरअसल ये डकैत माटुंगा की देना बैंक में डकैती डालने पहुंचे। इन्होंने बैंक की तिजोरी को तोड़ने की काफी कोशिश की, लेकिन जब वे तिजोरी तोड़ने मे नाकाम साबित हुए, तो बैक मे जमा छुट्टे पैसे ले उड़े। इस वारदात से हिंदी फिल्म ‘अंदाज अपना-अपना’ का वह द्रिष्य याद दिलाता है, जिसमे शक्तिकपूर का तकिया कलाम है “मेरा नाम है क्राईम मास्टर गो-गो, आंखे निकालकर गोटियां खेलता हूं, आय हूं तो कुछ़ तो लेकर जाऊंगा ” जो लाखों रुपयों की वसूली के बदले साईकल ले उड़ता है, ऐसे ही माटुंगा पुलिस की गिरफ्त मे यह डकैत क्राइम मास्टर गो-गो की तरह बैंक की तिजोरी तोड़ने से नाकाम,16 हजार की चिल्लर ही ले उडे। आया हूं कुछ तो लेकर जाऊंगा!
माटुंगा पुलिस स्टेशन के सीनियर इंस्पेक्टर भारत भोईटे ने इस खबर की पुष्टि की। इस डकैती में पुलिस ने तीन लोगों को गिरफ्तार किया है । गिरफ्तारी के बाद पुलिस इनके और आपराधिक मामलों की तफ्तीश में जुटी है ।
तारिक खान डेस्क: खनौरी और शंभू बॉर्डर पर धरने पर बैठे किसानों का सब्र का…
सबा अंसारी डेस्क: संभल शाही जामा मस्जिद के कुए को हरिमंदिर बता कर पूजा की…
संजय ठाकुर डेस्क: संभल की जामा मस्जिद को लेकर चल रहे विवाद के बीच उत्तर…
मो0 कुमेल डेस्क: बीते दिसंबर महीने में विश्व हिंदू परिषद (विहिप) के एक कार्यक्रम में…
तारिक आज़मी डेस्क: गूगल मैप की गलत लोकेशन बताने की कई खबरे आपने पढ़ा होगा।…
तारिक आज़मी वाराणसी: वाराणसी नगर निगम खुद को स्मार्ट होने का दावा कागजों पर करता…