आफ़ताब फ़ारूक़ी
: उत्तरी अफ़्रीक़ा के अरब देश अलजीरिया में देश व्यापी प्रदर्शन जारी हैं और हालात ख़राब होने की आशंका पैदा हो गई है।
देश में बड़ी संख्या में लोग प्रदर्शन कर रहे हैं कि राष्ट्रपति अब्दुल अज़ीज़ बू तफ़लीक़ा को पांचवें शासन काल के लिए चुनाव में भाग लेने का मौक़ा नहीं दिया जाना चाहिए।
पूरे देश में तनाव और उथल पुथल की स्थिति को देखते हुए प्रशासन ने रविवार से युनिवर्स्टियों में छुट्टी का एलान कर दिया है। प्रशासन ने आगामी 4 अप्रैल तक युनिवर्स्टियां बंद रहने का एलान किया है। अलजीरिया की युनिवर्स्टियों में यह छुट्टियां बसंत के नाम पर की गई है लेकिन हर साल यह छुट्टियां 15 दिन की होती हैं जबकि इस साल पहला अवसर है कि 24 दिन की छुट्टियां कर दी गई हैं।
कारण यह है कि युनिवर्स्टियों के भीतर भी प्रदर्शन हो रहे हैं और प्रदर्शनकारी चाहते हैं कि राष्ट्रपति बू तफ़लीक़ा चुनाव में भाग लेने का अपना फ़ैसला वापस लें।
देश के शिक्षकों ने युनिवर्स्टियों को समय से पहले ही बंद कर देने के प्रशासन के फ़ैसले की निंदा की है और इसे राजनैतिक फ़ैसला ठहरया है। शिक्षकों के संघ ने कहा है कि छात्रों को चाहिए कि देश में जारी प्रदर्शनों का समर्थन करें।
गत 10 फ़रवरी को यह घोषणा की गई कि राष्ट्रपति बू तफ़लीक़ा पांचवीं बार राष्ट्रपति चुनावों के उम्मीदवार के रूप में उतरेंगे जिसके बाद देश भर में प्रदर्शन शुरू हो गए हैं। वह पहली बार 1999 में अलजीरिया के राष्ट्रपति बने थे। 82 साल के बू तफ़लीक़ा को 2013 में ब्रेन हैम्रेज हुआ जिसके बाद से उनका स्वास्थ्य ख़राब रहता है।
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