आदिल अहमद
शाहजहांपुर। प्रशासन ने इस बार पूरी व्यवस्था किया था। प्रशासन का सख्त निर्देश था की कोई लाट साहब को इस बार जूते नही मारेगा। इसके लिए प्रशासन ने आरएएफ की दो कंपनियां तथा पीएसी बल की दो कंपनियां तैनात की थीं। मगर इसके बाद भी आज लाट साहब जूते से पीटे गए। प्रशासन हाथ मलता रह गया और लाट साहब पुरे जुलूस में जूते खाते रहे। यही नही परंपरा के अनुसार उनको झाड़ू से पंखा भी झला गया।
इस बार प्रशासन ने काफी चुस्त-दुरुस्त व्यवस्था की थी ताकि कोई बवाल न हो। इसीलिए लाट साहब को जूते मारने पर भी पाबंदी लगा दी गई थी, परंतु प्रशासन की कोशिशों के बाद भी हुरियारे लाट साहब को जूते मारते रहे। यह जुलूस शहर के बाद विभिन्न मार्गों पर होते हुए घंटाघर पहुंचा और वहां से घूमता हुआ पुनः चौक क्षेत्र में पहुंचकर सम्पन्न हो गया।
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