आफ़ताब फ़ारूक़ी
भारत के प्रसिद्ध विश्वविद्यालय जवाहर लाल नेहरू के छात्र नजीब अहमद को 14 अक्टूबर की रात एबीवीपी से जुडे छात्रों ने मारा पीटा था और उसके बाद 15 अक्टूबर से वह ग़ायब है और आजतक उसका कोई अता-पता नहीं है।
जेएनयू के गुमशुदा छात्र नजीब अहमद का मामला एक बार फिर सुर्ख़ियों में है और हर बार की तरह इस बार भी दर-दर अपने बेटे के लिए भटकती और उसको ढूंढ़ती उसकी बूढ़ी मां के कारण ही यह मामला फिर से लोगों के ज़बान पर है। इस बार भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अपने नाम बदलने के बाद मजीब की मां द्वारा पूछे गए सवाल ने इस मामले को दोबारा ज़िन्दा कर दिया है। बात कुछ यूं है कि भारतीय प्रधानमंत्री ने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट का नाम ‘नरेंद्र मोदी’ से बदलकर ‘चौकीदार नरेंद्र मोदी’ कर लिया है। इसके बाद भाजपा अध्यक्ष अमित शाह समेत तमाम दिग्गज पार्टी नेताओं ने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर अपने नाम के आगे ‘चौकीदार’ शब्द जोड़ लिया। इस बीच लगभग दो वर्षों से जेएनयू के लापता छात्र नजीब अहमद की मां ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से सवाल किया है कि अगर आप चौकीदार हैं तो मेरा बेटा कहां है?
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