तारिक आज़मी
संत कबीरनगर: कमाल की बात हो गई काका। देखा कैसे भाजपा के सांसद ने एक शिलापट पर अपना नाम न होने से खुद का आप खो दिया था। आपहो तो देखे रहें न काका कि कईसे सांसद जी ने विधायक जी को जूतों से पीटा था। बहुत गुसवर लगते है सांसद जी। बस खाली शिलापट पर नाम नही रहा तो इतना गुस्सा हो गये कि अपने ही पार्टी के विधायक को जूतों से बात कर दिया। ई घटना काका पूरा दुनिया में वायरल हो रहा है। सब देख रहे है। सब जान रहे है। मगर काका सबसे दिलचस्प बात ई आई है सामने कि संत कबीरनगर के प्रशासन ने इस घटना को नही देखा और नाज़िर साहब ने तहरीर देकर अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाया है।
उत्तर प्रदेश के संत कबीरनगर में भाजपा सांसद ने अपनी ही पार्टी के विधायक को जुतिया दिया। इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ। यही नही कि इस वीडियो को केवल संत कबीरनगर के लोगो ने देखा। बल्कि ये वीडियो पूरी दुनिया के लोगो ने देखा और मज़े लेकर आज भी वायरल कर रहे है। सबने देखा कि किस तरह भाजपा के सांसद ने भाजपा के ही विधायक को भरी महफ़िल में जूतों से पिटाई कर दिया। सांसद जी ने विधायक का हाथ पकड़ा और फिर उनके जूतों ने जमकर विधायक जी के मुह पर अपनी मुहर लगा डाली। पूरी दुनिया ने देखा कि किस सांसद ने किस विधायक को मारा। मगर सबसे बड़ी अचम्भे की बात ये है कि संत कबीरनगर के प्रशासन ने नहीं देखा ये और अज्ञात के खिलाफ संत कबीरनगर के नाज़िर कलेक्टरेट आकाश तोमर की शिकायत पर अनजान लोगो के ख़िलाफ़ मामला दर्ज कर लिया गया है।
दिलचस्प बात यह है कि पूरा मामला पुलिस के एक वरिष्ठ अफ़सर के सामने हुआ, कई पुलिस कर्मी मौके पर मौजूद थे। जिले के आला अफसरान भी थे। यहाँ तक कि घटना के समय वहां राज्य सरकार के एक मंत्री भी मौजूद थे। किसने क्या किया, यह भी साफ़ है। पर पुलिस ने अनजान लोगों को इसके लिए ज़िम्मेदार माना है।
बताते चले कि उत्तर प्रदेश के बस्ती ज़िले में सांसद शरद त्रिपाठी ने मेंहदावल के विधायक राकेश सिंह बघेल को जूतों से पिटाई कर दिया था। इस जूतापरेड के बाद बुधवार देर रात तक हंगामा चलता रहा। विधायक के 3000 से ज़्यादा समर्थक उस बैठक स्थल को घेरे रहे, जहाँ दोनों के बीच मारपीट हुई थी। विधायक समर्थकों का कहना था कि वे सांसद शरद त्रिपाठी को बच कर नहीं जाने देंगे। पुलिस ने देर रात किसी तरह त्रिपाठी को वहाँ से निकाला और सुरक्षित जगह ले गई। इसके लिये पुलिस को हल्का बल प्रयोग भी करना पड़ा था। हंगामे के बाद बीजेपी सांसद शरद त्रिपाठी ने कहा कि वह इस घटना पर ख़ेद व्यक्त करते हैं। सांसद ने कहा, ‘अगर मुझे पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष द्वारा तलब किया जाता है तो मैं अपना पक्ष रखूँगा।’
संत कबीरनगर के ज़िला मजिस्ट्रेट रवीश गुप्ता ने पत्रकारों से कहा, ‘किसी ने कोई शिकायत दर्ज नहीं कराई है। लेकिन मामले की जाँच की जा रही है और ज़रूरत पड़ने पर उचित कार्रवाई की जाएगी। उत्तर प्रदेश के भाजपा अध्यक्ष महेंद्र नाथ पांडेय ने इस घटना को ‘अमर्यादित’ और ‘अत्यंत अशोभनीय’ क़रार दिया है। उन्होंने दोनों ही नेताओं को लखनऊ तलब किया है। इस बीच धरने पर बैठे बीजेपी विधायक राकेश सिंह बघेल ने कल देर रात कहा था कि उनके और सांसद के बीच एक सड़क के शिलान्यास के पत्थर पर नाम लिखवाने को लेकर बहस हुई थी। लोकसभा चुनाव जहा सर पर है और भाजपा की मुश्किलें दिन प्रतिदिन बढती जा रही है, वही पार्टी के सांसद और विधायक के बीच हुई ये मारपीट पार्टी की और फजीहत करवा रही है। सोशल मीडिया पर इस मुद्दे को विपक्ष दबने जहा नही दे रहा है, वही दूसरी तरफ सोशल मीडिया यूज़र्स इसको लगातार वायरल कर रहे है।
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