आजमगढ़: फिरौती नहीं देने पर अपहरणकर्ताओं ने की किशोर की हत्या

अंजनी राय

आजमगढ़ : पवई थाना क्षेत्र के फत्तनपुर गांव में 10 लाख की फिरौती न देने पर अपहृत हुए किशोर की हत्याकर दी गई। दूसरे दिन शाम को हत्या कर फेंका गया शव गांव के समीप स्थित कुएं से बरामद हुआ। शव मिलने से आक्रोशित ग्रामीणों ने पुलिस के साथ हाथापाई करते हुए पथराव की और गांव की मुख्य सड़क पर चक्काजाम कर दिया। डेढ़ घंटे बाद पुलिस ने उग्र ग्रामीणों को लाठी भांजकर खदेड़ दिया और जाम समाप्त करा दिया।

फत्तनपुर गांव निवासी 15 वर्षीय सचिन यादव उर्फ विष्णु यादव पुत्र संतोष यादव सोमवार की रात लगभग आठ बजे शौच जाने की बात कह कर घर से निकला था। वह काफी देर बाद भी जब घर नहीं लौटा तो परिजन किसी अनहोनी की घटना से परेशान हो गए। इस बीच रात साढ़े नौ बजे उसकी मां संगीता के मोबाइल कॉल आई। मां का कहना है कि फोन करने वाले व्यक्ति ने कहा कि अपने बेटे से बात करो। सचिन से जब बात की तो उसने बताया कि उसका अपहरण कर लिया गया है। फोन करने वाले व्यक्ति ने उससे 10 लाख रुपये फिरौती की मांग की। इसके बाद फोन कट गया। बेटे के अपहरण की खबर से माता-पिता के साथ ही गांव के लोग सहम गए। सूचना मिलते ही पवई थानाध्यक्ष संजय कुमार व सीओ फूलपुर रवि शंकर प्रसाद पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुंच गए। पिता की तहरीर पर अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर अपहृत किशोर की तलाश शुरू कर दी।

दूसरे दिन बुधवार की शाम को लगभग छह बजे गांव के समीप स्कूल के पास स्थित कुएं में किशोर की हत्या कर फेंका गया शव मिलने से ग्रामीण आक्रोशित हो उठे। मौके पर सैकड़ों ग्रामीण जुट गए। इधर जब सीओ फूलपुर व पवई एसओ मौके पर पहुंच कर शव को कुएं से निकालने का प्रयास किया तो ग्रामीणों ने एसओ से हाथापाई करते हुए पुलिस पर पथराव करने लगे। इस पर पुलिस पीछे हट गई। इधर उग्र ग्रामीणों ने माहुल-पवई मुख्य मार्ग पर शाम साढ़े छह बजे चक्का जाम कर दिया। जाम की खबर पाकर एसपी प्रो. त्रिवेणी सिंह के साथ ही एसपी ग्रामीण एनपी सिंह कई थानों की फोर्स के साथ मौके पर पहुंच गए। पुलिस ने लाठी भांजकर उग्र ग्रामीणों को खदेड़ लिया और आठ बजे रात को जाम समाप्त करा दिया। रात तक ग्रामीण पुलिस को शव कुएं से निकालने नहीं दिए। पुलिस के अधिकारी ग्रामीणों को समझाने के प्रयास में लगे हुए इकलौता पुत्र था सचिन

फत्तनपुर गांव निवासी 15 वर्षीय सचिन उर्फ विष्णु यादव अपने माता-पिता का इकलौता पुत्र था। उसकी एक बहन भी है। वह गांव के समीप स्थित एक इंटर कालेज में कक्षा 9वीं का छात्र था। पिता की घर के सामने ही किराने की दुकान है। फिरौती के रुपये न देने पर अपहृत किशोर की हत्या कर देने की खबर से क्षेत्र के लोगों में काफी आक्रोश है। वे इस घटना के लिए पुलिस को सीधे जिम्मेदार ठहरा रहे हैं। ग्रामीणों में गुस्से का भी यही कारण था कि वे पुलिस को देखते ही आक्रोशित हो गए। इधर सचिन की हत्या से परिवार में कोहराम मचा हुआ है। अपहृत किशोर का मित्र हिरासत में, पूछताछ में जुटी पुलिस

एसपी ग्रामीण एनपी सिंह ने बताया कि जिस मोबाइल नंबर से फोन आया उसे जब सर्विलांस पर लगाया गया तो वह गांव के ही निवासी रवि पुत्र सभई नामक किशोर का मोबाइल निकला। रवि व अपहृत किशोर दोनों साथ पढ़ते हैं और वे एक-दूसरे के मित्र भी हैं। रवि को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। उनका कहना है कि रवि अपहरण की घटना में शामिल है या नहीं अभी पूरी तरह से स्पष्ट नहीं हो सका है। एसपी ग्रामीण के निर्देश पर डॉग स्क्वॉयड टीम भी मौके पर पहुंच गयी।

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