तारिक़ खान
प्रयागराज : डायमंड जुबली हॉस्टल के एक कमरे से मिली डायरी में कई अपराधियों के नाम दर्ज हैं। उसमें प्रतापगढ़, सुल्तानपुर के दो ऐसे भी बदमाशों के नाम हैं, जो जेल जा चुके हैं। उनके खिलाफ कई आपराधिक मुकदमे हैं। नामों की सूची में शामिल रहे रोहित शुक्ला उर्फ बेटू की हत्या हो चुकी है। चौंकाने वाली बात यह है कि डायरी में कुल 65 लोगों के केवल नाम लिखे गए हैं, जिसमें कई लड़कों की गतिविधि संदिग्ध बताई जाती है।
कमरे में रहने वाले छात्र के खिलाफ कार्रवाई होगी
अब तक की जांच में यह भी पता चला है कि डायरी में जिला और हॉस्टल के अनुसार लड़कों को नाम लिखा गया है। लिखने वाले का मकसद क्या है, इसका पता नहीं चल सका है। उस कमरे में रहना वाले कथित छात्र के खिलाफ कार्रवाई की तैयारी चल रही है। डायमंड जुबली हॉस्टल के उसी कमरे से दो बड़े रजिस्टर भी मिले थे, जिसमें नाम, मोबाइल नंबर पर रकम लिखी हुई थी। ऐसे में पुलिस इसे रंगदारी से जोड़कर देख रही है। रजिस्टर के बीच रखी एफआइआर की कॉपी, कुछ दूसरे दस्तावेज के अलावा तमाम वकीलों के विजिटिंग कार्ड भी मिले थे। अब पुलिस पूरे गठजोड़ की छानबीन करते हुए बदमाशों से कनेक्शन जोड़ रही है।
कर्नलगंज पुलिस उन छात्रों से अब पूछताछ करेगी, जिनके नाम से विभिन्न हॉस्टलों में कमरे आवंटित किए गए थे। बयान दर्ज कर पता लगाया जाएगा कि उन्होंने किसी को किराए पर कमरा दिया था अथवा उनसे जबरन खाली करवाए गए थे। दोनों ही स्थितियों में उनके विरुद्ध नियमानुसार कार्रवाई होगी। अगर किसी ने अंत:वासी पर दबाव बनाकर या डर-धमका कर कमरे में कब्जा किया था, उसके खिलाफ आपराधिक मुकदमा भी लिखा जाएगा। एडिशनल एसपी श्रीशचंद्र का कहना है कि जल्द ही सभी छात्रों को बयान दर्ज कराने के लिए बुलवाया जाएगा।
मेस के कमरे में रहते थे छात्र
मुस्लिम बोर्डिंग हॉस्टल में कार्रवाई के दौरान विश्वविद्यालय प्रशासन की लापरवाही भी सामने आई। तलाशी के वक्त जब पुलिस अधिकारियों ने मेस के आसपास बने कमरों की जांच की तो पता चला कि वहां दो छात्र रह रहे हैं। नियमानुसार यह पूरी तरह से गलत था। इस बारे में जब वार्डन से पूछताछ हुई तो उनका कहना था कि अवैध छात्र के कब्जे के कारण इन्हें कमरे दिए गए थे। किंतु, जब पुलिस ने उसने अवैध कब्जा करने वालों के खिलाफ शिकायत देने का प्रमाण मांगा तो नहीं दे सके।
कमरों की सफाई कर जला दिए थे दस्तावेज
हॉस्टलों में लगातार चल रही कार्रवाई की भनक लगते ही मुस्लिम बोर्डिंग हॉस्टल के कुछ अवैध अंत:वासी सतर्क हो गए थे। जब वहां दबिश दी गई तो कमरों के बाहर सामान, कूलर फेंके मिले। करीब 100 से अधिक वाले इस हॉस्टल के किसी भी कमरे में हीटर नहीं मिला, जबकि बर्तन रखे हुए थे। हालांकि कई गैस सिलेंडर जरूर मिले। छापेमारी के दौरान काफी मात्रा में दवाएं भी मिली, जिससे माना गया कि यहां कोई एमआर भी रहता था।
जैन मिला बंद, पंत के छात्रों को अल्टीमेटम
तीन हॉस्टलों में कार्रवाई के बाद पुलिस व विश्वविद्यालय के अधिकारी एसडी जैन हॉस्टल पहुंचे तो वह बंद मिला। पता चला कि वहां इस वक्त कोई भी छात्र नहीं रहता है। इसके बाद फोर्स प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए बने पंत हॉस्टल पहुंची। वहां के अंत:वासियों को कमरे खाली करने का अल्टीमेटम दिया गया। इस पर तमाम छात्र अपना सामान बाहर भी निकालने लगे।