आर के गुप्ता.
वाराणसी. नामांकन के बाद आज जिला मुख्यालय स्थित रायफल क्लब पर हडकम्प की स्थिति उस समय हो गई जब एक प्रत्याशी का परचा ख़ारिज हो गया, परचा खारिजा के बाद प्रत्याशी वही मौके पर अपने समर्थको के साथ धरने पर बैठ गया। इस दौरान आरोप है कि प्रत्याशी समर्थको द्वारा पीएम मोदी के विरोध में शब्दों का आदान प्रदान शुरू हो गया। प्रत्यक्षदर्शी बताते है कि कुछ दल विशेष के समर्थक अधिवक्ताओ ने इसका विरोध किया और विरोध बवाल में बदलने लग। इस दौरान मौके पर मौजूद सुरक्षा कर्मियों ने स्थिति को नियंत्रण में लेकर दोनों पक्षों को अलग अलग कर दिया।
बताया जाता है कि इस दौरान जमकर नारेबाजी भी हुई। मौके की स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पुलिस फ़ोर्स और भी अधिक संख्या में नामांकन स्थल पर एकत्रित हो गई। माहोल चंद मिनट में ही भले शांत हो गया, मगर चर्चोओ का बाज़ार गर्म है।बताया जा रहा है कि ख़ारिज पर्चो पर प्रत्याशियों का आरोप है कि जिला प्रशासन शासन के इशारे पर काम कर रहा है और पर्चो को अवैध करार दे रहा है। जिन प्रत्याशियों के पर्चे ख़ारिज हुवे है उनके द्वारा आरोप लगाया जा रहा है कि शासन इस सीट पर एकतरफा चुनाव करवाने की मंशा के बीच पर्चो को ख़ारिज करवा रहा है।
इस दौरान समाचार लिखे जाने तक दस पर्चे अवैध करार दे दिये गए थे। बताते चले कि कल नामांकन के आखरी दिन 79 पर्चे पड़े थी और इसके पहले ३१ पर्चे दाखिल हुवे थे। कुल मिला कर 110 पर्चे वाराणसी लोकसभा सीट पर दाखिल हुवे थे। वाराणसी लोकसभा का यह इतिहास में पहला मौका है जब इतनी संख्या में पर्चे दाखिल हुवे है।
समाचार लिखे जाने तक प्राप्त समाचारों के अनुसार बर्खास्त बीएसऍफ़ जवान तेज बहादुर का एक परचा खारिज हो चूका है। वही सूत्र बताते है कि एक अन्य पर्चे पर भी खतरा मंडरा रहा है। तेज बहादुर के तरफ से उनके वकील द्वारा जवाबदेही दाखिल करने की तैयारी समाचार लिखे जाने तक प्राप्त हो रही है। मौके पर सपा समर्थको और कांग्रेस समर्थको का भारी हुजूम है। नामांकन स्थल पर पर्याप्त सुरक्षा उलपब्ध है।
तेज बहादुर से क्या पूछा निर्वाचन आयोग ने
बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स की नौकरी से बर्खास्त किये गये तेज बहादुर सिंह के वाराणसी से लोकसभा चुनाव लड़ने को लेकर संशय बढ़ गया है। पहले निर्दल प्रत्याशी के तौर पर नामांकन करने के बाद सपा के सिंबल पर दुबारा पर्चा भरने वाले तेज बहादुर के शपथ पत्र में नौकरी से बर्खास्त किये जाने को लेकर दो अलग अलग दावे किये गये हैं। इस मामले को वाराणसी के जिलाधिकारी/जिला निर्वाचन अधिकारी ने गंभीरता से लिया है।
वाराणसी के जिलाधिकारी/जिला निर्वाचन अधिकारी आईएएस सुरेन्द्र सिंह ने तेज बहादुर को नोटिस जारी करते हुए 1 मई दिन में 11 बजे तक का समय दिया है। सुरेन्द्र सिंह ने तेज बहादुर से अपने दावे के समर्थन में निर्णायक साक्ष्य प्रस्तुत करने का निर्देश दिया है।
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