पेयजल समस्या को लेकर जिलाधिकारी ने किया हवन पूजन
जल संकट पर तालाब कुआं जियाओ अभियान प्रारंभ
प्रत्यूष मिश्रा
बुंदेलखंड के बांदा जिले में पानी की समस्या को लेकर चारों तरफ मची हाहाकार, जिस पर प्रशासनिक तंत्र और संबंधित उत्तर दायित्व विभाग पेयजल समस्या की आपूर्ति और समस्या का समाधान करने के लिए हर संभव प्रयास करते नजर आ रहे हैं। वही आज देखा गया कि बांदा के जिला अधिकारी द्वारा पानी की समस्या पर समाधान को लेकर हवन पूजन किया, साथ में कुओं और तालाबों की साफ सफाई रखने का भी निर्देश दिया। ग्रंथ और धार्मिक पुस्तकों में पढ़ा और सुना था की जब किसी राज्य या राजा के कार्यक्षेत्र, स्थान पर ऐसी विपदा जल संकट को लेकर आती थी, तत्तसमय कालीन के राजा, महाराजाओं द्वारा भी ऐसे अनुष्ठान और महायज्ञ करवाए जाते थे। उस उसी रीति को लेकर जिलाधिकारी बांदा द्वारा पूर्व कालीन रीति-रिवाज और पूजा अनुष्ठान को लेकर जल संकट पर आज हवन पूजन किया।
बांदा जिले में जल संकट से भारी तबाही पर पेयजल समस्या के समाधान को लेकर बांदा जिला अधिकारी हीरालाल द्वारा कुओं – तालाबों की सुरक्षा, और जीवनदायिनी जल पर आज सुबह मर्दन नाका मोहल्ले स्थित एक कुएं के नजदीक पहुंच कर विधि-विधान से पूजा अर्चना कर, भगवान से इस भयावह स्थिति से निपटने के लिए प्रार्थना की है। साथ में संबंधित उत्तर दायित्व जल संस्थान और नगरपालिका के कर्मचारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि नगर पालिका के द्वारा 75 कुओं की, और जल संस्थान द्वारा 100 कुओं की साफ-सफाई करवाई जाएगी। साथ मे हीला- हवाली और लापरवाही करने पर सख्त कार्यवाही करने के आदेश भी दिए। कुल मिलाकर175 कुओ की साफ सफाई होगी।
जिलाधिकारी हीरालाल द्वारा पेयजल समस्या पर इस समय काफी गंभीर दिखाई दे रहे हैं। अभी पूर्व में ही भूरागढ़ पर बने इंटेक बेल का निरीक्षण किया था। जिस पर ऑपरेटर के अनुपस्थित होने पर उसको सस्पेंड कर, कार्यवाही की थी। उसी प्रकार आज लोकतांत्रिक जन समुदाय के उपयोग के लिए जल संकट समाधान के लिए भगवान से पूजा अर्चना की।
जिला अधिकारी द्वारा कहा गया, कि कुओ और तालाबों के सूखने,और साफ सफाई न करने की वजह से इस समय जल संकट गहराया हुआ है। हमें पुनः कुओं और तालाबों को जीवित करना होगा, जो पेयजल समस्या से निपटने के लिए समाधान का रास्ता होगा।