मुस्लिम मतदाताओं का रुख गठबंधन की ओर
प्रदीप दुबे विक्की
ज्ञानपुर,भदोही। लोकसभा भदोही चुनाव में कांग्रेस पार्टी के पक्षधर होते जा रहे मुस्लिम मतदाता चुनाव करीब आकर देख अब अपना कांग्रेस से नाता तोड़ने लगे हैं । मुस्लिम समाज का मानना है कि यदि कांग्रेस के सीएम रहे वीरबहादुर सिंह द्वारा बाबरी मस्जिद का ताला खुलवांना और पूर्व पीएम कांग्रेस नरसिंहाराव के ही साजिश से मस्जिद ध्वस्त हुई। इसलिए वह गठबंधन प्रत्याशी से जुड़ने लगे हैं।मुस्लिम मतों के खिसकने से जहां कांग्रेस प्रत्याशी रमाकांत यादव परेशान होने लगे हैं । वही तरह तरह के सब्जबाग दिखाकर कांग्रेस प्रत्याशी मुस्लिमों को रिझानने का काम करने लगे हैं ।
अगर कांग्रेस सूत्रों पर गौर किया जाए तो पार्टी प्रत्याशी की पहले से ही जातिगत आधार पर बनती जा रही बढ़त ध्वस्त होती जा रही है ,और प्रत्याशी के चेहरे पर शिकन साफ तौर पर दिखने लगी है । कांग्रेस से नाता तोडकर मुस्लिम मतदाता गठबंधन की.ओर रुख करने लगे हैं । मुस्लिम मतदाता एक बार फिर सपा मुखिया के नाम पर पार्टी प्रत्याशी की ओर मुंड़ने लगे हैं । वहीं इसका कारण यहां पार्टी के रिश्तेदारों द्वारा कार्यकर्ताओं से भेदभाव करना बताया जा रहा है। यही नहीं पार्टी के अंदरूनी खबर पर अगर गौर किया जाए तो भाजपा के जीत जाने की आशंका जहां मुस्लिम मतदाताओं को सताने लगी है वहीं उन्हें रोकने के लिए गठबंधन का साथ देना मजबूरी बताई जा रही है । ऐसे में कांग्रेस प्रत्याशी रमाकांत जहां स्वजातीय मतों को एकजुट रखने के लिए जहां उन्हें विभिन्न तरह से रिझाया जा रहा है, वहीं भदोही की जनता को बाद में पछतावा होने का हवाला दिया जा रहा है। जबकि इनके हवाले पर स्वजातीय मतदाता सहमति जताने से कतरांने लगे हैं । यही नहीं पार्टी के कुछ कद्दावर नेता भी पार्टी प्रत्याशी को हराने का काम करने लगे हैं । जिसका परिणाम प्रत्याशी के प्रतिकूल होता जा रहा है जिससे अन्तत: शिकस्त मिल सकती है बहरहाल प्रत्याशी व उनके रिश्तेदारों के भेदभाव से विरोध में में
जा रहे हैं मतदाताओं को प्रत्याशी द्वारा विभिन्न तरह से रिझाने के साथ धौस भी दिया जाने
लगे हैं । पर देखना है प्रत्याशी का धौस इन मतदाताओं पर कितना असर डालने का काम कर सकता है 23 मई के बाद सामने नजर आः जाएगा