तब्जील अहमद
कौशाम्बी। उत्तर प्रदेश सरकार चाहे जितने सख्त से सख्त निर्देश देते रहे पर सख्त निर्देश पर केवल औपचारिकता ही नजर आ रहा है। इस बात का जीता जागता नमूना देखने को मिल रहा है जब पत्रकार मोहम्मद शाहरुख के ऊपर लाठी डंडे व सरियों से पिटाई की गई। प्रत्यक्षदर्शियो के अनुसार हमले के समय का नजारा देखने काबिल था। शाहरुख एक हिंदी दैनिक अखबार में कार्यरत बताये जाते हैं।
पीड़ित पत्रकार का आरोप है कि उसके ऊपर जानलेवा हमला करने वालो की मंशा उसको जान से मार देने की थी। किसी तरह उसने एक मकान में छुप कर अपनी जान बचाई। इस दौरान उसका मोबाइल भी हमलावरों ने छीन लिया। घायल अवस्था में पीड़ित को मुरतगंज सीएचसी में इलाज हेतु भेजा गया है।
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