गौरव जैन
रामपुर. रामपुर में ये मिसाल कायम की गई और लगभग 10 सामाजिक संस्थाओं ने साथ आकर आवाज बुलंद की। आवाज का सुर एक ही था कि बच्ची के बलात्कारियो को सिर्फ और सिर्फ फांसी दी जाए। जिस तरफ से प्रशासन तथ्यों पर पर्दा डालता है और हमारा कानून अपराधियो को खुले आम घूमने की आज़ादी देता है। वो अब नही चलेगा क्योंकि अब आम जनता सड़को पर है।
सभी संस्थाओ के सदस्यों ने मिलकर ये सहमति बनाई है कि 2 दिन का समय हम प्रशासन और सरकार को देंगे और हमारी मांग अगर नही सुनी जाती तो बुधवार को दोवारा से जिलाधिकारी कार्यालय पर धरना देंगे। ये लड़ाई अब खत्म नही होगी जब तक बलात्कारियो को फाँसी देने का कानून नही बना दिया जाता।
इस प्रोटेस्ट में इनिशिएटिव मानस फाउंडेशन, वैश्य समाज, मदद एक आस, फाइनेंस आचार्या, संकीर्तन साधना, गौ सेवा परिवार, विद्या भारती, भारतीय किसान यूनियन और यूथ राइट वेलफेयर एसोसिएशन के सदस्य उपस्तिथ रहे।
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