ए जावेद
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने काशी से आए डेढ़ किलो के स्वर्ण मुकुट का अवलोकन कर सोमवार को बनारस के प्रबुद्धजनों को सौप दिया। संसद भवन स्थित अपने कार्यालय में मंत्रोच्चार के बीच इस मुकुट को स्पर्श किया। प्रधानमंत्री के रूप में सांसद का चुनाव लड़ने के समय काशीवासियों की ओर से वरिष्ठ पत्रकार डा.अरविंद सिंह ने मनौती मानी थी कि पूर्ण बहुमत के साथ प्रधानमंत्री बनेंगे तो सवा किलो का मुकुट चढ़ाया जाएगा। कारीगरों की भक्ति की वजह से सवा किलो की बजाय यह डेढ़ किलो का यह मुकुट अद्भुत कला का नमूना बन पाया।
क्या और कैसा है मुकुट
पूरी तरह स्वर्ण निर्मित मुकट का वजन डेढ़ किलो है। वाराणसी के ही एक प्रतिष्ठित स्वर्ण कला संस्थान में काशी और कोलकाता नौ कारीगरों ने 40 दिनों में निर्मित किया। बेजोड़ कारीगरी के नमूना वाले इस मुकुट में ढाई लाख टांके लगाए गए हैं, जो बेहद आकर्षक और बेजोड़ है।
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