प्रदीप दुबे विक्की
ज्ञानपुर, भदोही। पत्रकार सिर्फ किसी मीडिया संस्थान का नहीं होता। वह राज्य, समाज और देश का धरोहर है। पत्रकारों को लेकर भदोही के शासन प्रशासन को विचार करने की आवश्यकता है।
बताते चलें कि आबादी पर लगाम लगाने के उद्देश्य से सीएमओ कार्यालय द्वारा 11 जुलाई से बढ़ती आबादी पर चलाये जाने वाली योजनाओं को लागू करने के उद्देश्य से 30 जुलाई तक प्रोग्राम निर्धारित किया गया है। कार्यालय की ओर से जारी प्रेस विज्ञप्ति में मात्र चुनिंदा न्यूज़ पेपरों का नाम जारी किया गया है। क्यों कार्यालय द्वारा जारी विज्ञप्ति में पत्रकारों के साथ गहरा भेदभाव का रवैया अपनाया जा रहा है ?
यह भी बता दें कि पत्रकार अभिव्यक्ति की आजादी के आधार स्तंभ हैं।आज भी शासन-प्रशासन से कंधा मिलाकर शोषण दमन उत्पीड़न के खिलाफ आम लोगों की सबसे मुखर आवाज हैं। उनके साथ सीएमओ कार्यालय द्वारा किया जा रहा भेदभाव समझ से परे है।
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