फारुख हुसैन
मोहम्मदी लखीमपुर खीरी- सड़क सुरक्षा माह में व्यवस्था का पालन करने से लोग कतरा रहे हैं। हाल यह है कि शहर में नियम ताक पर हैं और कायदे धड़ाम। एक तरफ जहां नगर जाम के झाम से जूझ रहा है। दूसरी ओर डग्गामार वाहन तादात से ज्यादा सवारियों को बैठाकर सड़क सुरक्षा के नियमों की धज्जियां उड़ा रहे हैं। कार्रवाई न होने से लोगों के हौसले बुलंद हैं। दुपहियां वाहनों पर लोग बेखोफ होकर पूरे परिवार को बैठाकर फर्राटा भर रहे है।
वहीं ई-रक्शिा चालकों का हाल तो यूं है कि सवारियां अंदर कम छत के सहारे खड़ी हुए ज्यादा नजर आ रही है। इसे देखकर भी ट्रैफिककर्मी मूक दर्शक बने हुए है।यातायात माह में सड़क सुरक्षा के नियमों का पालन कराने के लिए एक ओर जहां आलाधिकारी लोगों को जागरूक करने का प्रयास कर रहे है। जबकि ट्रैफिक पुलिस की लापरवाही के चलते ढर्रे पर लौटने का नाम नहीं ले रही है। यातायात व्यवस्था का उल्लंघन करने वालों में डग्गामार वाहन सबसे आगे हैं। शहर में लगने वाले जाम से जहां लोगों को राहत मिलती नहीं दिख रही वहीं ट्रैफिक पुलिस की लापरवाही के चलते लोग यातायात नियमों की धज्जियां उड़ा रहे है। नियम है कि निर्धारित तादात से ज्यादा सवारियां किसी वाहन में नहीं बैठाई जा सकतीं। लेकिन, जिले में डग्गामारों की स्थिति अजीब है।
दोपहिया वाहन चालक हेलमेट न लगाने को शान समझते हैं। खासकर युवा वर्ग हेलमेट लगाने से बचते नजर आते हैं। ऐसे में अक्सर हादसे होने पर जान जाने का खतरा बढ़ जाता है। दोपहिया वाहनों पर कई सवारियां बैठाकर चलना भी लोगों का रवैया बन गया है। यह लापरवाही अक्सर हादसों का सबब बनती है। कार चालक भी सीट बेल्ट का प्रयोग नहीं करते। ई-रक्शिा चालक भी बच्चों के भूसें की तरह भरकर उनकी जिंदगी से खिलवाड़ कर रहे है। इससे हादसे की स्थिति में वाहन चालक की मौत की संभावना काफी बढ़ जाती है।
वाहनों में 20 से 22 सवारियों को बैठाकर डग्गामारी की जा रही है। तिपहिया ऑटो में दर्जन भर से ज्यादा सवारियों को बिठाया जा रहा है। जबकि नियम है कि वाहनों की बनावट और सीट की संख्या के अनुसार ही सवारियां बिठाई जा सकती हैं। शुक्रवार को शहर की सड़कों पर वाहनों की बेखौफ डग्गामारी दिखाई दी।
क्या बोले लोग
लोगों ने बताया कि यह सच है कि आवागमन के लिए प्राइवेट वाहन होना जरूरी है, लेकिन नियमों को ताक पर रखकर तादात से ज्यादा सवारियों को बैठाना निश्चित ही नियमों का उल्लंघन करना है। ऐसे सभी वाहन चालकों के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए।’ – बीएल द्विवेदी
डग्गामारी पर अंकुश लगाया जाना जरूरी है। तिपहिया और चार पहिया वाहनों में निर्धारित संख्या से ज्यादा सवारियों को बैठाया जाता है। इतना ही नहीं कई वाहनों में सवारियों को लटकाकर वाहन चालक मनमानी करते हैं। ऐसे चालकों को चिंहित करना होगा। – प्रवीन मेहरोत्रा
स्कूलों से संबद्ध वाहन भी बेखौफ डग्गामारी कर रहे हैं। ऐसे वाहनों का स्कूलों से चिहांकन कराने के बाद एआरटीओ के माध्यम से उनके खिलाफ कार्रवाई कराई जानी चाहिए। पूरे माह डग्गामार वाहनों के खिलाफ विशेष अभियान चलाकर उनके चालान कराए जाने चाहिए। छतों पर सवारियों को बिठाकर ले जाने वालों के संचालन पर ही पाबंदी लगानी चाहिए। – संजय त्यागी
क्या बोले कोतवाल
डग्गामारी करने वाले सभी वाहनों के कागजातों की जांच कराई जाएगी। निर्धारित तादात से ज्यादा सवारियों को बैठाकर चलने वाले चालकों के खिलाफ सुसंगत धाराओं में कार्रवाई कराई जाएगी। दुपहियां व चौपहियां वाहन चालकों द्वारा यातायात के नियमों का उल्लंघन करने पर कार्रवाई कराई जाएगी। नियमों का उल्लंघन करने वाली सवारियों को भी समझाया जाएगा। वे ट्रैफिक नियमों का पालन करें। वहीं ट्रैफिक पुलिसकर्मियों के सख्त हिदायत दी गई है कि किसी भी हाल में यातायात नियमों का उल्लंघन न होना दिया जाए। लापरवाही बरतने पर उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी।
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