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लोकसभा में अमर्यादित टिप्पणी करने वाले आजम खां को बर्खास्त किया जाए : मुस्तफा हुसैन

गौरव जैन

रामपुर : लोकसभा सदन में सदन की अध्यक्षता कर रहीं रमा देवी व पूर्व में जयाप्रदा के विरुद्ध अमर्यादित टिप्पणी करने के मामले में पूर्व मंत्री हाजी निसार हुसैन के पुत्र मुस्तफा हुसैन ने राष्ट्रपति को ज्ञापन भेजकर रामपुर सपा सांसद आजम खां के खिलाफ कार्यवाही की मांग की है।

पूर्व मंत्री पुत्र मुस्तफा हुसैन ने राष्ट्रपति को भेजे ज्ञापन में कहां है कि कल लोकसभा सत्र के दौरान लोकसभा सदन की अध्यक्षता कर रही रमा देवी को सपा सांसद मोहम्मद आजम खां ने अमर्यादित अशोभनीय एवं असंसदीय शब्दों का प्रयोग कर महिलाओं का अपमान किया। जिस पर अध्यक्षा द्वारा आजम खां से अपने अमर्यादित शब्द वापस लेने को कहा गया और माफी मांगने को कहा गया, तब भी आजम खां ने कोई खेद प्रकट नहीं किया और अपने अभद्र टिप्पणी पर अड़े रहे। आजम खां ने जो  टिप्पणी की, वह सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के उकसाने पर की क्योंकि सदन में अखिलेश यादव द्वारा यह कहा गया कि आजम खां ने कोई गलती नहीं की है वह माफी क्यों मांगे।

मुस्तफा हुसैन ने राष्ट्रपति को भेजे अपने ज्ञापन में अवगत कराते हुए कहा है कि आजम खां का यह पहला मामला नहीं है, जब उन्होंने संसद के उच्च पद पर आसीन अध्यक्षा रमा देवी के महिला सम्मान व गरिमा को ठेस पहुंचाई हो व सदन की गरिमा भंग की हो, बल्कि लोकसभा चुनाव में भाजपा प्रत्याशी एवं पूर्व सांसद जयप्रदा के विरुद्ध जनता के बीच में दिए गए भाषण एवं उनके अंतर वस्त्र का नाम लेकर अशोभनीय टिप्पणी की थी, जिस संबंध में थाना शाहबाद में मुकदमा दर्ज है। जयाप्रदा के महिला सम्मान में आपत्तिजनक टिप्पणी करने के मामले में कई मुकदमें रामपुर के थाना सिविल लाइंस में भी दर्ज है। मुरादाबाद के सपा सांसद डॉ. एस. टी. हसन ने भी जयाप्रदा के बारे में अमर्यादित टिप्पणी की थी, जिस पर भी मुकदमा दर्ज है।

आजम खां का जनप्रतिनिधि होने के नाते यह कर्तव्य है कि वह संसद में जनता को संबोधित करते हुए अपने शब्दों, भाषा तथा भाव भंगिमाओ से अनुशासन व मर्यादा में रहकर आचरण करें। संसद भारत की संवैधानिक संस्थाओं में से एक है जहां संपूर्ण राष्ट्र के संचालन नियंत्रण एवं आचार व्यवहार के लिए कानून बनाए जाते हैं।संसद भवन में जानबूझ कर सस्ती लोकप्रियता हासिल करने के लिए महिला लोकसभा अध्यक्ष पर अमर्यादित व असंसदीय भाषा का प्रयोग कर टिप्पणी करना संपूर्ण राष्ट्र की महिला समाज का अपमान है। जिससे जनसामान्य में रोष व्याप्त हो गया है, ऐसे सांसदों के विरुद्ध संज्ञान लेते हुए आजम खां को बर्खास्त कर उनके विरूद्ध दंडात्मक कार्यवाही किया जाना आवश्यक है।

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