तारिक खान
प्रयागराज। दिल्ली कांग्रेस की अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित आठ बार प्रयागराज आ चुकी थीं। आखिरी बार वह 27 दिसंबर 2016 को प्रयागराज आईं थीं। इसके पूर्व में वह वर्ष 2007 में कांग्रेस प्रत्याशी अनुग्रह नारायण सिंह के समर्थन में प्रचार करने आईं थीं।
कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता किशोर वाष्र्णेय ने बताया कि शीला दीक्षित कई बार चुनाव प्रचार के दौरान अपनी बेबाकी से लोगों का ध्यान खींचने में सफल रहीं। वरिष्ठ कांगेस नेता और उत्तराखंड के प्रभारी अनुग्रह नारायण सिंह बताते हैं कि 2007 में गोविंदपुर और तेलियरगंज में उन्होंने उनके समर्थन में सभाएं की थीं। संस्मरणों को साझा करते हुए उन्होंने कहा कि प्रचार के दौरान मंच पर शीला ने उनसे चुनाव का हाल पूछा और खुद ह…
आखिरी बार शीला दीक्षित 27 साल-यूपी बहाल रथयात्रा लेकर शहर पहुंची थीं
उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रदेश महासचिव मुकुंद तिवारी और महानगर महासचिव हसीब अहमद ने बताया कि आखिरी बार शीला दीक्षित 28 सितंबर को 27 साल-यूपी बहाल रथयात्रा लेकर शहर पहुंची थीं। इस दौरान फाफामऊ पुल पर उनका जोरदार स्वागत किया गया था। इसके बाद से शीला दीक्षित का आगमन प्रयागराज नहीं हो सका। उनके निधन की सूचना से कांग्रेसियों में शोक की लहर दौड़ गई।
वरिष्ठ कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी ने शीला के निधन पर शोक जताने के बाद दिल्ली रवाना हो गए। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शेखर बहुगुणा की अध्यक्षता में शोक सभा हुई। उन्होंने कहा कि शीला दीक्षित के निधन से पार्टी को बहुत हानि हुई है। इसमें निशांत त्रिपाठी, गरुण पांडेय आदि थे। इसी प्रकार बाबुल त्रिपाठी ने भी शीला दीक्षित के निधन पर शोक जताया है।
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