तारिक जकी/आफताब फारुकी
नई दिल्ली. कर्णाटक की सियासी उठा पटक अब देश की सबसे बड़ी अदालत के चौखट तक पहुच चुकी है। कर्णाटक के 16 विधायको के इस्तीफे दिये है और उनमे से 8 विधायको के इस्तीफे स्पीकर ने यह कहकर वापस लौटा दिये है कि वह निश्चित प्रारूप पर नही है। इसके बाद बाकि विधायको के इस्तीफे पर फैसला होना बाकी है। इस बीच बागी विधायको ने आज सुप्रीम कोर्ट का दरवाज़ा खटखटाया है। पीठ ने बागी विधायकों की ओर से पेश वरिष्ठ अधिवक्ता मुकुल रोहतगी की इन दलीलों पर संज्ञान लिया कि ये विधायक पहले ही विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे चुके हैं और अब नये सिरे से चुनाव लड़ना चाहते हैं।
प्रधान न्यायाधीश रंजन गोगोई, न्यायमूर्ति दीपक गुप्ता और न्यायमूर्ति अनिरूद्ध बोस की पीठ इस याचिका पर सुनवाई की। याचिका में विधानसभा अध्यक्ष को इन विधायकों का इस्तीफा स्वीकार करने का निर्देश देने की मांग की गई थी। सीजेआई की अध्यक्षता वाली पीठ के सामने बुधवार की सुबह जब कर्नाटक के राजनीतिक संकट के मुद्दे का उल्लेख किया गया तो बागी विधायकों को आश्वासन दिया गया कि अदालत देखेगी कि उनकी याचिका को गुरुवार को तत्काल सुनवाई के लिए सूचीबद्ध किया जा सकता है या नहीं।
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