हर्मेश भाटिया
रामपुर/ अगर सियासी मद्देनज़र देखे तो फैसल लाला और आज़म खान के बीच सियासी किसी तरह की जंग हो ही नही सकती है क्योकि आज़म खान के सियासी कद के आगे फैसल लाला से कोई मुकाबला नही है। मगर सत्ता परिवर्तन के बाद जैसे ही भाजपा सत्ता में पूर्ण बहुमत से आई, फैसल लाला आज़म खान के धुरविरोधी बनकर सामने आ गए।
हालत कुछ इस तरह है कि किसी भी व्यक्ति को अथवा व्यक्तियों के समूह को आज़म खान के खिलाफ कोई शिकायत करनी होती है तो उसका नेतृत्व फैसल लाला करते दिखाई देते है।
मगर लगता है कि फैसल लाला की सियासी जंग शायद सियासत से ज्यादा जाती मसायल पर ही टिकी है। रामपुर के कांग्रेस नेता फैसल लाला का उनकी ही पार्टी में विरोध शुरू हो गया है, उत्तर प्रदेश कोंग्रेस के अल्पसंख्यक विभाग के अध्यक्ष अली यूसुफ अली ने फैसल लाला को कारण बताओ नोटिस जारी किया है,
अली युसुफ अली ने बताया कि वो अल्पसंख्यक विभाग उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष है,उन्हें जानकारी मिली कि फैसल लाला द्वारा अल्पसंख्यक विभाग के लेटर जारी किए जा रहे हैं, फैसल लाला संगठन में किसी भी पद पर नही है, इसलिए उन्हें नोटिस जारी कर उनसे पूछा गया है कि आपके द्वारा कांग्रेस के लेटर पेड और पदों का जो दुरुपयोग किया जा रहा है, वो बिल्कुल ग़लत है, आप दो दिन में बताए कि ऐसा क्यों किया जा रहा है,अगर वो दो दिन में जवाब नही देते हैं तो उन पर कड़ी कार्यवाही होगी। यूसुफ अली ने बताया कि अखिलेश यादव का रामपुर आने पर कांग्रेस पार्टी कोई विरोध नही कर रही है। उनसे यह भी पूछा गया है कि अखिलेश यादव का विरोध क्यों कर रहे थे। अगर वो व्यक्तिगत कोई विरोध जता रहे तो उससे कांग्रेस पार्टी का कोई लेना देना नही है।
तारिक आज़मी डेस्क: अयोध्या की बाबरी मस्जिद उसके बाद बनारस की ज्ञानवापी मस्जिद और फिर…
निलोफर बानो डेस्क: आज समाजवादी पार्टी का एक प्रतिनिधि मंडल दंगाग्रस्त संभल के दौरे पर…
ईदुल अमीन डेस्क: वफ़्फ़ संशोधन विधेयक 2024 पर गठित संसद की संयुक्त समिति (जेपीसी) में…
माही अंसारी डेस्क: महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पद से एकनाथ शिंदे ने इस्तीफ़ा दे दिया है।…
संजय ठाकुर डेस्क: उत्तर प्रदेश के संभल ज़िले में शाही जामा मस्जिद के सर्वे के…
निसार शाहीन शाह जम्मू: जम्मू कश्मीर के कटरा में रोपवे लगाने को लेकर विरोध प्रदर्शन…