हर्मेश भाटिया
रामपुर. धर्म शांति और सज्जनता का प्रतीक होता है। धर्म कोई भी हो इंसान के अन्दर मानवता का सन्देश पहले देता है। मगर इसी धरती पर कुछ ऐसे लोग भी है जो धर्म को भी कारोबार से जोड़ लेते है। इसको शर्मनाक नही तो और क्या कहेगे जब रामलीला का परमिशन लेने के बाद रामलीला के नाम पर लगे मंच पर बार बालाओ का अश्लील नृत्य प्रस्तुत किया जाए। यही नही दर्शक भी एक से एक जो इन्ही अश्लील नृत्य और भोडे गीत पर अपनी जेब की रकम लुटा रहे हो।
मामला रामपुर जनपद के मिलक तहसील अंतर्गत आने वाले ग्राम रामनगर का है। प्रभु राम के नाम पर बसा यह ग्राम उस समय कल शर्मिंदा हो गया जब रामलीला का परमिशन लेकर आयोजको ने जमकर बार बालाओ का नृत्य करवाया। दूर दराज़ से आई बार बालाओ के इस नृत्य पर लोगो ने जमकर अपने जेब की रकम ढीली भी किया। इस दौरान प्रशासन आँखे बंद किये हुवे शायद सो रहा है।
मामला कुछ इस प्रकार है कि हमारे संवाददाता हर्मेश भाटिया को सूत्रों से समाचार प्राप्त हुआ कि मिलक तहसील के अंतर्गत रामनगर ग्राम में रामलीला के मंचन का कार्यक्रम करने हेतु प्रशासन से अनुमति लिया गया है। मगर इस अनुमति के पीछे मंच पर बार बालाओ का अश्लील नृत्य होता है। हमको इस बात पर अचम्भा हुआ और वास्तविकता जानने के लिए हमारे रिपोर्टर ने खुद जाकर मामले की दोपहर में ही ग्राम में तफ्तीश किया।
यही नही हमारे रिपोर्टर ने इस कार्यक्रम को शाम को देखने हेतु देर रात तक रुकने का भी निर्णय लिया। कार्यक्रम में इंट्री फीस नगद लेकर कोई टिकट नहीं दिया गया। मात्र 500 रुपया लेकर आयोजको ने कुर्सी के तरफ इशारा कर दिया। जब कार्यक्रम शुरू हुआ तो हमारे रिपोर्टर के अचरज की सीमा नही रही। मंच पर जमकर अश्लीलता परोसते हुवे बार बालाओ का नृत्य प्रस्तुत होना शुरू हुआ।
हद तो ये थी कि पहनावे से सभ्य दिखाई देने वाले लोग बार बालाओ के ठुमको पर जमकर पैसे उड़ाते हुवे दिखाई दे रहे थे। आप वीडियो में इन चचा को खुद देखे। किस प्रकार एक गाने की अपनी फरमाईश पूरी होने पर यह गायिका के दामन को झोली बनवा कर नोटों को निछावर कर रहे है। भले आपको वीडियो में गाने की आवाज़ और सुर लय ताल को सुनकर हंसी आ जाये मगर चचा ने जेब आखिर खाली ही कर डाली।
एक वीडियो में आप साफ़ देखे कि किस तरह ये समाज सेवक महोदय एक ठुमके पर ही पूरी नोटों की गड्डी लुटा बैठे है। एक एक करके पूरी गड्डी खाली कर डाली। इस प्रकार के कई वीडियो मौके पर हमारे संवाददाता ने बनाया और हमको भेजा है। प्रकरण में क्षेत्रीय नागरिको का कहना है कि स्थानीय पुलिस प्रशासन कुछ ख़ास करता नहीं है। बस शांति से सब देखा करता है। यह पहली बार नही हो रहा है। हर बार इस प्रकार के कार्यक्रमों का आयोजन हो जात है।
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