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बग़दादी का शव और ट्रम्प का खेल!

आदिल अहमद

अमरीका के राष्ट्रपति ने कहा है कि आतंकी संगठन दाइश का सरग़ना अबू बक्र अलबग़दादी मारा गया है।
डोनल्ड ट्रम्प ने वाइट हाउस में आयोजित एक पत्रकार सम्मेलन में कहा कि अलबग़दादी अपने कई साथियों के साथ मारा गया है और उसने विस्फोटक जैकेट का धमाका करके अपना अंत किया। अमरीकी राष्ट्रपति ने कहा कि उन्होंने स्वयं इस कार्यवाही के एक भाग पर नज़र रखी थी। ट्रम्प ने कहा कि इस कार्यवाही में एक भी अमरीकी सैनिक नहीं मारा गया। उन्होंने कहा कि अलबग़दादी ने एक सुरंग से फ़रार होते समय विस्फोटक जैकेट का धमाका किया जिसमें वह और उसके तीन बच्चे मारे गए। इससे कुछ घंटे पहले उन्होंने एक ट्वीट करके कहा था कि अभी अभी एक बहुत बड़ी घटना हुई है।

बेहतर होगा कि हम आजसे लगभग आठ साल पहले की एक घटना पर नज़र डालें। पहली मई सन 2011 को ग्रीनविच समय के अनुसार पांच बजे शाम को अमरीका के तत्कालीन राष्ट्रपति बराक ओबामा के आदेश पर आतंकी संगठन अलक़ाएदा का सरग़ना उसामा बिन लादेन, अमरीकी सैनिकों के हाथों पाकिस्तान के ऐबटाबाद में अपने गुप्त ठिकाने में मारा गया। बराक ओबामा ने उसी दिन वाइट हाउस में ऐलान किया कि बिन लादेन को अमरीकी सेना ने मार गिराया है। बिन लादेन को नाइन इलेवन की घटना के बाद से ही तलाश किया जा रहा था। ओबामा ने कहा था कि कई महीने से उसामा बिन लादेन के बारे में सूचनाए इकट्ठा की जा रही थीं और अप्रैल में उसके गुप्त ठिकाने के बारे में हम ठोस सूचना मिल गई जिसके बाद अमरीकी सैनिकों ने पाकिस्तान में घुस कर कार्यवाही की और उसामा बिन लादेन को मार गिराया। उसका शव इस समय हमारे पास है।

इस समय भी अमरीकी राष्ट्रपति ट्रम्प ने अबू बक्र अलबग़दादी के एक विशेष अभियान में मारे जाने की सूचना दी है। अब जो सबसे अहम सवाल सामने आता है वह यह है कि क्योंकि संसार के दो सबसे बड़े आतंकी, आठ साल के अंतराल से अमरीका में राष्ट्रपति चुनाव से ठीक एक साले पहले और वह भी अमरीकी कमांडोज़ के हाथों मारे गए हैं? जिस समय बिन लादेन मारा गया था, उस समय अमरीका में कराए गए सर्वेक्षणों में बराक ओबामा की हालत पतली थी और उनका चुनाव जीतना मुश्किल दिखाई दे रहा था। उन्होंने बिन लादेन की हत्या को अपने एक बड़े कारनामे के तौर पर अमरीकी जनमत में पेश किया और वर्ष 2012 के राष्ट्रपति चुनाव में कामयाब हो गए! उन्होंने बिन लादेन की मौत को अमरीका की सुरक्षा और विदेश नीति के क्षेत्र में एक बड़ी उपलब्धि के तौर पर पेश किया था।

अब सन 2019 ख़त्म होने के क़रीब है। अमरीका में जो सर्वेक्षण कराए गए हैं उनके परिणामों से यही इशारा मिलता है कि अगले चुनाव में ट्रम्प का जीतना मुश्किल है। अब ट्रम्प भी कुछ दिनों के बाद से ही अबू बक्र अलबग़दादी की मौत और कई टुकड़ों में बंट चुके उसके शव के चित्र जारी करके इसे अमरीका की सुरक्षा और विदेश नीति के क्षेत्र में एक बड़ी उपलब्धि के तौर पर पेश करेंगे।

सच्चाई यह है कि अमरीकी अधिकारियों द्वारा वाइट हाउस के पैदा किए हुए आतंकियों को हथकंडे के रूप में प्रयोग करना कोई नई बात नहीं है लेकिन 2012 और 2020 के राष्ट्रपति चुनाव से एक साल पहले बिन लादेन और अलबग़दादी के प्रयोग की तारीख़ ख़त्म होना, इस कहानी को रोचक बना देता है। अब देखना यह है कि ट्रम्प अलबग़दादी की लाश से कितना फ़ायदा उठा पाते हैं?

aftab farooqui

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