Categories: NationalPolitics

भाजपा नेता ने पश्चिम बंगाल में उपचुनावों में मिली हार पर जताई ईवीएम से छेड़छाड़ की आशंका

संजय ठाकुर

कोलकाता. सभी विपक्षी दल ईवीएम पर अपनी शंका ज़ाहिर करते रहे है। इस कड़ी में सिर्फ भाजपा ही ऐसी पार्टी थी जिसने ईवीएम पर अपनी शंका कभी ज़ाहिर नही किया था। अब पश्चिम बंगाल के उपचुनावों में हुई हार के बाद भाजपा के नेता ने भी ईवीएम से छेड़छाड़ का आरोप पश्चिम बंगाल की सरकार पर लगाया है।

दरअसल, तृणमूल कांग्रेस के तपन देब सिन्हा ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी एवं भाजपा उम्मीदवार कमल चंद्र सरकार को कालियागंज सीट पर 2417 वोटों के अंतर से हरा दिया। टीएमसी उम्मीदवार प्रदीप सरकार ने खड़गपुर सदर सीट जीत ली है। उन्होंने भाजपा के प्रेम चंद्र झा को 20,788 वोटों के अंतर से हराया। करीमपुर सीट पर तृणमूल उम्मीदवार बिमलेंदु सिन्हा रॉय ने भाजपा के जय प्रकाश मजूमदार को 24000 वोटों से हराया है।

इस जीत के बाद पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बृहस्पतिवार को कहा था कि विधानसभा उपचुनाव में तृणमूल कांग्रेस को मिली जीत ‘धर्मनिरपेक्षता और एकता’ के पक्ष में और ‘एनआरसी’ के खिलाफ जनादेश है। तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ने कहा कि भाजपा अपने अहंकार और राज्य के लोगों को ‘अपमानित’ करने का परिणाम भुगत रही है। ममता ने कहा, ‘उलटी गिनती शुरू हो चुकी है। भाजपा को नहीं सोचना चाहिए कि देश के लोग बहुमत (भाजपा के पास) नहीं होने के बावजूद राज्यों में सरकार गठन के उसके धौंस जमाने वाले तौर तरीकों को स्वीकार कर लेंगे।’

इसके बाद आज भाजपा के राष्ट्रीय सचिव और पश्चिम बंगाल के नेता राहुल सिन्हा ने कहा कि सरकारी मशीनरी ने खुलेआम सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस की सहायता की और वे इसकी शिकायत चुनाव आयोग से करेंगे। इस दौरान उन्होंने ईवीएम की विश्वसनीयता पर भी संदेह जताया। उन्होंने कहा, ‘ईवीएम के साथ कुछ भी किया जा सकता है। आप मतगणना में सत्ताधारी पार्टी की ओर से गड़बड़ी किए जाने की आशंका को खारिज नहीं कर सकते हैं।’ अपने संदेह के कारण बताते हुवे उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव के दौरान भाजपा ने कालियागंज और खड़गपुर सदर विधानसभा सीटों पर भारी अंतर से जीत हासिल की थी। कालियागंज और करीमपुर में तो पार्टी को 2016 के विधानसभा चुनाव से भी ज्यादा वोट मिले थे। फिर भी हम तीनों सीटों पर हार गए? टीएमसी खड़गपुर सदर सीट पहली बार जीती है। ये सभी चीजें संदेह पैदा करती हैं। मीडिया से लेकर जनता तक हर जगह कहा जा रहा था कि उपचुनाव भाजपा जीतेगी। समाचार एजेंसी आईएएनएस  के अनुसार, सिन्हा ने कहा, ‘चुनाव आयोग भले ही सभी चुनावों की निगरानी करता हो लेकिन उपचुनाव कराने की जिम्मेदारी राज्य की होती है। चुनाव जीतने के लिए टीएमसी कुछ भी कर सकती है।’

pnn24.in

Recent Posts

असम के खदान में फंसे मजदूरों में एक और मजदूर का शव बरामद, जारी है रेस्क्यू आपरेशन

आफताब फारुकी डेस्क: असम के दीमा हसाओ ज़िले की एक खदान में फंसे मज़दूरों को…

2 hours ago

बोले संजय राउत ‘इंडिया गठबन्ध को बचाने की ज़िम्मेदारी कांग्रेस की है’

सबा अंसारी डेस्क: इंडिया गठबंधन के घटक दल शिवसेना (उद्धव गुट) के नेता संजय राउत…

2 hours ago

शम्भू बॉर्डर पर धरनारत किसान ने सल्फाश खाकर किया आत्महत्या

तारिक खान डेस्क: खनौरी और शंभू बॉर्डर पर धरने पर बैठे किसानों का सब्र का…

23 hours ago

वर्ष 1978 में हुवे संभल दंगे की नए सिरे से होगी अब जांच, जाने क्या हुआ था वर्ष 1978 में और कौन था उस वक्त सरकार में

संजय ठाकुर डेस्क: संभल की जामा मस्जिद को लेकर चल रहे विवाद के बीच उत्तर…

1 day ago