कमलेश कुमार
मऊ।कोपागंज विकास खंड के रईसा गांव में बना पशु गोशालय स्थलों में पशुओं की दुर्दशा को लेकर शासन-प्रशासन की सक्रियता भले ही बढ़ गई हो लेकिन अभी भी सुधार किया जाना बाकी है। कुछ जगह पर देखरेख का अभाव है। भूसा को रखरखाव भी सही तरह से नहीं हो पा रहा है। गुरुवार को पशु स्थल से निकलकर कर कृष्ण मुरारी राय की पोखरे में तीन पशु जाकर फस गए। इससे इन तीनो जानवरों की मौत हो गई।
बाड़े में कैद दर्जनों पशुओं का पेट नहीं भर पा रहा है। कई तो सिर्फ हड्डियों का ढांचा भर रह गए हैं। चारा के अभाव में पशुओं की दशा काफी दयनीय हो चुकी है। पशु आश्रय स्थल में केवल पुआल की व्यवस्था की गई है। भूसा रखा गया है लेकिन वह कभी पशुओं को नहीं खिलाया जाता है। केवल उच्चाधिकारियों को दिखाने के लिए रखा गया है। हरा चारा की व्यवस्था नहीं है। इसके कारण कई पशु अब तक मर चुके हैं। किसी को इसकी चिता नहीं है। पशुओं के मरने के बाद धीरे से उन्हें फेंक दिया जाता है या जमीन में गाड़ दिया जाता है। इस दौरान ग्राम प्रधान बब्बन चौहान से पूछा गया तो पशुओं के मरने की जानकारी नही है बता कर टाल दिए।
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