जुबैर शेख
नई दिल्ली : महाराष्ट्र में विधानसभा का कार्यकाल 9 नवंबर यानी कल ख़त्म हो रहा है लेकिन अब तक सरकार बनाने के लिए किसी एक दल या गठबंधन ने दावेदारी नहीं की है। ऐसे में महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन के हालात बनते दिख रहे हैं। कल बीजेपी नेताओं ने राज्यपाल से मुलाक़ात की थी, लेकिन सरकार बनाने का दावा पेश नहीं किया।
उन्होंने ये भी कहा कि ये अस्मिता की लड़ाई है जो जारी रहेगी। संजय राउत ने कहा कि जिसके पास बहुमत है वो सरकार बनाए। जनादेश का अपमान हो रहा है। राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाना जनता का अपमान होगा। दिल्ली के सामने महाराष्ट्र कभी नहीं झुका है। न शरद पवार झुके न उद्धव ठाकरे। ये अस्मिता की लड़ाई है और जारी रहेगी। समाचार एजेंसी भाषा के मुताबिक, ‘संजय राउत ने कहा कि मुख्यमंत्री पद शिवसेना को देने पर सहमत होने पर ही भाजपा को हमारे पास आना चाहिए। भाजपा को कार्यवाहक सरकार के प्रावधान का दुरुपयोग नहीं करना चाहिए।’
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