फारुख हुसैन
पलिया कलां खीरी। 15 नवंबर से दुधवा टाइगर रिज़र्व के दरवाजे सैलानियों के लिए खुलने के बाद यहां पर लगातार पर्यटकों का आना शुरू हो गया है।कई वाइल्डलाइफ फोटोग्राफर भी दुधवा के सौंदर्य की तस्वीरों को खींचकर अपने प्रोफेशन का हिस्सा बनाने दिखाई दे रहे हैं।
दुधवा टाइगर रिज़र्व में देश-विदेश से पर्यटक यहां के दुर्लभ वन्यजीवों और प्राकृतिक का सौंदर्य देखने के लिए आते हैं और यहां के सौंदर्य का भरपूर मजा लेते हैं। वही कई वाइल्डलाइफ फोटोग्राफर भी दुधवा की तस्वीरों को खींचकर अपने प्रोफेशन का हिस्सा बनाने दिखाई दे रहे हैं।ऐसे ही एक वाइल्डलाइफ फोटोग्राफर जो न्यूजीलैंड से दुधवा नेशनल पार्क के सौंदर्य को अपने कमरे में खींचते नज़र आए।
वह यहां की तस्वीरों को विदेशों में लगने वाले फोटो प्रदर्शनी का हिस्सा बना कर बड़े बड़े अवार्ड जीतने का काम करते हैं। ऐसे की इंटरनेशनल वाइल्डलाइफ फोटोग्राफर अज़ीम खान दुधवा में आकर एक बार फिर यहां के सौंदर्य को अपने कैमरे में समेटते दिखाई दिए। संवाददाता से खास बातचीत में उन्होंने न सिर्फ वाइल्ड लाइफ फोटोग्राफी के बारे में बताया बल्कि उन्होंने कहा कि दुधवा नेशनल पार्क में नेचुरल वाइल्ड है, जो किसी और मुल्क और पार्क में दिखाई नहीं देता।
उन्होंने कहा कि दुधवा में अब तक वह लगभग 30,000 फोटोग्राफ चुके हैं। जिसमें एक फोटोग्राफ्स पर उन्हें बड़ा अवार्ड मिल चुका है। उन्होंने बताया कि न्यूजीलैंड के ऑकलैंड में कई बार लगने वाली प्रदर्शनी में यहां से खींचे गए फोटो का प्रदर्शन कर चुके हैं। उन्होंने बताया कि अमेरिका की फोटोग्राफ से संबंधित बड़ी संस्था यू बक् में दुधवा के क्रोकोडाइल के खींचे गए फोटो के प्रदर्शन पर उन्हें प्रथम अवार्ड मिला था। उन्होंने बताया कि 70 साल की उम्र के बावजूद वहां प्रतिदिन 15 से 20 किलोमीटर जंगलों में विचरण करके यहां के सांसद की तस्वीरें अपने कैमरे में कैद करें वह आपने 1 सप्ताह के प्रवास पर दुधवा नेशनल पार्क में हैं उन्होंने बताया कि अगर जीवन राहत हुआ मरते दम तक दुधवा में आकर यहां के शानदार का मजा लेते रहेंगे।