फारुख हुसैन
पलिया कला खीरी/ भारत नेपाल सीमा की थारू जनजाति इलाके के प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक विद्यालयों में स्कूल आने वाले बच्चों की भीड़ सुबह से ही गेट पर लटके ताले पर गढ़ जाती है।जबकि विद्यालय में पढ़ाने वाले गुरुजी धूप निकलने का इंतजार में लेट हो जाते हैं। गुरुजी को ठंड के समय में रजाई से प्रेम है बच्चों से नहीं। ऐसा किसी एक विद्यालय का हाल नहीं है यह हाल है थरूहाट के तमाम प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक विद्यालयों का इसी खबर की पुष्टि के लिए हमारी टीम कजरिया के सरकारी स्कूल में पहुंची। जहां प्रधानाचार्य राम शरण उपाध्याय जी विद्यालय से अनुपस्थित थे। बच्चे स्कूल गेट से लटक लटक कर खेल रहे थे विद्यालय के गेट में ताला पड़ा होने के कारण स्कूल जाने वाले बच्चे अंदर नहीं जा पा रहे थे।
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