फारुख हुसैन
पलिया कलां खीरी÷ जहां लगातार लखीमपुर खीरी जिले के कोतवाली क्षेत्र पलिया मे ऐसी वारदातें सामने आ रहीं जहां कुछ आवारा किस्म और हर वक्त नशे में रहने वाले युवा कहीं अपने अवैध असलहों सें फायर कर नगर में दहशत फैलाते नज़र आ रहें हैं. तो कहीं लूट मार करते नज़र आ रहें हैं और जिसका कारण पलिया पुलिस की लचर कार्यशैली ही है. जिससे की ऐसे आपराधिक मामलों से संलिप्त रहने वालों के हौसले बहुत ही बुंलद हैं। ऐसा नहीं कि आला अधिकारी पुलिस अधिक्षक पूनम को इस तरह के लगातार हो रहें मामलों का संज्ञान नहीं हैं वों लगातार पलिया पुलिस को इस तरह के मामलें होने पर आरोपियों पर कड़ी कार्यवाही के निर्देश भी देती हैं. पर॔तु फिर भी पलिया पुलिस की कार्यशैली में कोई बदलाव नज़र नहीं आ रहा ।
जीता जागता उदहारण बीते दिन दिन दहाड़े एक फेरी वाले से कुछ बाइक सवार लुटेरों ने असलहे के दम पर लगभग बीस हजार रूपये और उसका मोबाइल लेकर फरार हो गये. जिसमें एक सलमान नाम के युवक की बहादुरी के चलते एक लुटेरा पकड़ा भी गया. जिसकी पिटाई कर पुलिस के हवाले भी किया गया. पर॔तु पुलिस इस वारदात पर होने वाली कार्यवाही को मीडिया से रूबरू भी नहीं करवाया गया। कि कब वो बचे लुटेरे पकड़े जायेगें और किस तरह की कार्यवाही उन पर होगी और हाल ही में हुई दूसरी वारदात नगर के ही चमन चौराहें के नजदीक की है जिसमें कुछ आवारा और गुड़े किस्म के लड़को ने खुलेआम अपने अवैध असलहों से फायर कर नगर में दहशत फैलायी थी. जिसमें दो युवको को गोली भी लगी थी. जिसकी सूचना मिलने पर मौके पर पुलिस अधीक्षक पूनम और जिलाधिकारी शैलेन्द्र सिंह मौके पर जाकर मुआयना भी किया था और आरोपियों पर कड़ी कार्यवाही के पलिया पुलिस को निर्देश भी दिये थें. जिसमें बस गिने चुने लोगों पर कार्यवाही कर जेल भी भेजा गया था, पर॔तु अभी तक उसके मुख्य आरोपी को पुलिस गिरफ्तार न कर सकी। ऐसे में पुलिस की कार्यशैली पर खुद एक प्रश्नचिन्ह लगता नज़र आ रहा है। पर॔तु एक सच्चाई यह भी है कि पलिया पुलिस इस तरह के आपराधिक मामलों को रोकने के लियें कभी नगर में गस्त करती नज़र आती है तों कड़ाई से संधिग्ध वाहनों की चेकिंग भी करती नज़र आती है।
अब बड़ा सवाल यह है कि पलिया क्षेत्र में जहां ऐसे अपराधी खुलेआम घूम रहें हों वही पुलिस के कुछ नुमिन्दे वाहन चेकिंग और गस्त करते समय सरकारी असलहे को किसी फिल्मी हीरो की स्टाइल में बिना बेल्ट पैकट के खुला लगाकर घूमते नज़र आ रहें हैं. जिसमें वह खुद कब एक बड़ी वारदात का शिकार बन जायें, नहीं कहा जा सकता। आप साफ देख सकते हैं कि किस तरह से वाहन चेकिंग के दौरान पलिया चौकी इंचार्ज रविंदर खुला तंमचा लगाकर किसी फिल्मी हीरों के अंदाज में लापरवाही से खड़े दिखाई दे रहे हैं अब सोचना यह गलत नहीं होगा कि जब नगर के चौकी इचार्ज इस तरह से लापरवाही करते नज़र आयेगें तो दूसरों का क्या हाल होगा। अब इस तरह की लापरवाही में आला अधिकारी चौकी इंचार्ज पर क्या कार्यवाही करतें हैं यह देखना होगा।