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इमरान खान सिख समाज से माफी मांगे, नानक का अपमान नही सहेगा मुसलमान : मोहम्मदी यूथ ग्रुप

मुहम्मद कुमैल

कानपुर. पाकिस्तान मे ननकाना साहिब पर हुए हमले से सिख समाज गुस्से में है हिंदुस्तान का मुस्लिम समाज पाक की इस हरकत से सकते में है इमरान खान इस्लाम को बदनाम कर रहे है सिखों के सबसे पवित्र स्थान पर हमले के विरोध मे मोहम्मदी यूथ ग्रुप ने खानकाहे हुसैनी के बाहर ज़ोरदार प्रदर्शन कर विरोध जताया व भारत सरकार से पाकिस्तान पर दबाव बनाकर हमले के दोषियों को जेल मे डालने व इमरान खान से सिख समाज से माफी मांगने को मजबूर करने की मांग की।

दोपहर 2 बजे मोहम्मदी यूथ ग्रुप के मेम्बर्स खानकाहे हुसैनी कर्नलगंज के बाहर जमा होने लगे उनमें पाक मे सिखों के सबसे पवित्र गुरुद्वारा पर हमले को लेकर इमरान खान व पाकिस्तान के खिलाफ नाराज़गी व गुस्सा था उसके विरोध व मांगो को लेकर प्रदर्शन किया ग्रुप के पदाधिकारी/मेम्बर्स ज़ोरदार नारे जिसमे “नानक का अपमान नही सहेगा मुसलमान, इमरान खान माफी मांगों, इमरान खान मुर्दाबाद, पाकिस्तान होश मे आओं, पाकिस्तान मुर्दाबाद, इस्लाम को बदनाम करने वाले इमरान खान सुधर जाओं, ननकाना साहिब पर हमले करने वालों को जेल मे डालो, भारत सरकार पाकिस्तान पर दबाव बनाओं, मुस्लिम सिख भाई-भाई ” लगा रहे थे।

प्रदर्शन से पहले सम्बोधित करते मोहम्मदी यूथ ग्रुप के अध्यक्ष इखलाक अहमद डेविड ने कहा कि पाकिस्तान किसी मज़हब की इज़्ज़त नही करता वो कभी सुधर नही सकता इमरान खान ने इस्लाम को बदनाम किया है जब उनसे सत्ता नही संभल रही तो छोड़े गद्दी गुरुद्वारे पर हमला सिख और मुस्लिम समाज मे नफरत फैलाने की साजिश का हिस्सा हो सकती है लेकिन हिंदुस्तान का मुसलमान सिख समाज के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा है जब तक इमरान खान सिख समाज से माफी नही मांगेंगे और गुरुद्वारे पर हमले के दोषियों को जेल मे नही डालेगे तब तक हिंदुस्तान का मुसलमान पाक व इमरान खान के खिलाफ प्रदर्शन करता रहेगा।

सिख के पवित्र गुरुद्वारा पर हमले से भारत मे सिख धर्म के मानने वाले करोड़ो अनुनायियों की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंची है हिंदुस्तान के 25 करोड़ मुसलमान सिख समाज के साथ है। भारत के लोकतंत्र की ही खुबसूरती है जिसकी मिसाले पूरी दुनियां मे दी जाती है किसी के मज़हब व किसी की भावनाओं को ठेस पहुंचती है तो सब उसके साथ खड़े हो जाते है। भारत सरकार को कड़ा संदेश देते हुए पाकिस्तान से भारतीय राजदूत को वापस बुलाकर साथ ही सिख विरोधी घटनाओं को दोबारा न होने, उनकी सुरक्षा व हमले के दोषियों को जेल मे डालने का भरोसा पाक की इमरान सरकार से लेना चाहिए।

प्रदर्शन मे मुख्य रुप से इखलाक अहमद डेविड, हाफिज़ मोहम्मद कफील, हाफिज़ माज़ सलामी, फाज़िल चिश्ती, इस्लाम खान चिश्ती, मोहम्मद रफीक, एजाज़ रशीद, सैय्यद मोहम्मद तलहा, महबूब आलम खान, जमालुद्दीन, मोहम्मद  युसुफ खान, मोहम्मद शहनवाज़, मोहम्मद युनुस खान, मोहम्मद ताशिफ, मोहम्मद आसिफ खान, हबीब आलम, मोहम्मद जावेद, मोहम्मद रज़ा खान, इरफान अशरफी, मोहम्मद अज़कार, महताब आलम, मोहम्मद रईस आदि लोग मौजूद थे।

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