शहनवाज़ अहमद
गाजीपुर गाजीपुर जिला प्रशासन ने मस्जिदों में नमाज़ पर पाबन्दी लगाईं थी। ये पाबन्दी शुरू में ऐसे ही थी जैसे देश के अन्य हिस्सों में थी। तीन से पांच लोगो के अतिरिक्त कोई अन्य मस्जिद में नमाज़ नही पढ़ सकता है। इसके बाद नमाज़ पर भी पाबंदिया लगी कि मस्जिद में नमाज़ ही नही होगी। जिले के मुस्लिम समुदाय ने इसको भी स्वीकार किया और घरो में नमाज़ पढने का सिलसिला शुरू रहा।
सांसद अफजाल अंसारी ने प्रधानमंत्री को अजान के संबंध में पत्र लिख कर प्रधानमंत्री से निवेदन है किया है कि गाजीपुर वासियों की इस अपील को तत्काल प्रभाव से सुने और इस पर कार्रवाई करने का आदेश दें। इसी क्रम उन्होंने डीएम गाजीपुर से भी बात किया।
सांसद अफजाल अंसारी ने कहा कि साल में एक महीना रमजान का पवित्र महीना है। इस महीने मुस्लिम समुदाय के लोगो का एक अलग उत्साह रहता है। अन्य किसी जिले में अज़ान बन्द नही है। और ना ही किसी तरह का कोई आदेश है। तो फिर गाजीपुर जिले में ऐसा बर्ताव क्यों, जो मुस्लिम समाज के लोग अज़ान से सहरी व अज़ान सुनकर अफ्तार करते है, जो अब मोहमदाबाद एसडीएम व प्रसासन द्वारा मस्जिद में जाकर अज़ान बन्द करना।
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