Categories: MorbatiyanSpecial

अनटोल्ड स्टोरी आफ मोस्ट वांटेड विश्वास नेपाली – पुलिस की पकड़ से दूर खौफ का दूसरा नाम – (भारतीय करेंसी से जमकर काटी चांदी) भाग – 3

तारिक आज़मी

वाराणसी में कभी खौफ का कारोबार करने वाला विश्वास धीरे धीरे अपना साम्राज्य पूर्वांचल ही नहीं बल्कि नेपाल में भी फैला चूका है। ट्रेवेल एजेंसी का नाम और काला कारोबार काम के तर्ज पर विश्वास ने काफी पैसे भी कमाये है। उत्तर प्रदेश और बिहार से फरार अपराधियों को अपने यहाँ संरक्षण देकर उनसे पैसे लेना और उनको काम देना इसका मुख्य कारोबार था। सूत्र बताते है कि कारोबार को इसने थोडा ही नहीं बल्कि बहुत बदला है।

नोटबंदी में जमकर काटी है चांदी

भारत में नोटबंदी होने के बाद काफी लोग ऐसे थे जिसने पुराने रखे काले धन बदल नही पाये थे। वही भारत सरकार से पैकेड के बाद नेपाल को अतिरिक्त समय नोट बदलने के लिए मिला हुआ था। ऐसा केवल इस कारण से था क्योकि भारतीय करेंसी नेपाल में भी आम तौर पर खरीदारी में चलन में है। नेपाली करेंसी के तरह भारतीय करेंसी से भी खरीदारी हो जाती थी। भारत में पुराने नोट बंद होने के बाद भी नेपाल को अतिरिक्त समय मिला था जहा नोट बदली जा रही थी।

इस वक्त में विश्वास ने जमकर चांदी काटी थी। सूत्र बताते है कि उसके सफ़ेदपोश लोगो ने भारत में ऐसे लोगो से संपर्क किया जो पुराने नोट बदल नही पाए थे। एक लाख पर 15 हज़ार से लेकर 30 हज़ार तक का सौदा होता था। ऐसे काफी पैसे अलग अलग शहरों में इस दौरान उत्तर प्रदेश पुलिस ने पकडे भी थे। जो बड़ी रकम के रूप मिले थे। नोट बदलने के लिए पार्टी को करेंसी लेकर खुद जाना होता था। जहा पर करेंसी लेने के बाद तय रेट पर उनको नई नोट अथवा नेपाली करेंसी दे दिया जाता था।

इसको कारोबार के तौर पर अपनाते हुवे विश्वास और उसके सफ़ेदपोश गुर्गो ने काफी चांदी काटी। सूत्रों की माने तो इसमें बनारस के दो सफ़ेदपोश ने इसका काफी सहयोग किया था। मगर पुलिस के नज़र से ये दूर ही रहे। बेईमानी के कारोबार में पूरी ईमानदारी का परिचय दिया गया था। अगर किसी के साथ कोई घटना भी हुई होगी तो वह बोलने वाला नही है। सूत्र बताते है कि इस प्रकार के नोट बदलने के लिए दिल्ली तक से लोग नेपाल गये थे और करेंसी बदली थी। पुलिस ने काफी बरामदगी भी किया था मगर किसी ने मुह नही खोला कि कहा लेकर जा रहे थे या फिर कहा जा सकता है कि पुलिस ने शायद मुह खुलवाने की कोशिश नही किया होगा।

बहरहाल, सूत्र बताते है कि इस कारोबार ने विश्वास और उसके सफ़ेदपोश गुर्गो को मोटी कमाई करवाई है। उसके गुर्गे अचानक ही अमीर हो गए थे। विश्वास अपने नेपाल में अपने संपर्क के कारण पूरे मूल्य पर उन करेंसी को बदलता था जबकि उसको देना सिर्फ 15 फीसद से लेकर 30 फीसद तक था। इस दौरान काफी बड़ी बड़ी रकमों को तब्दील किये जाने की भी जानकारी सूत्रों से माध्यम से मिली है।

काले कारोबार का पड़ा चस्का

वही एक सूत्र ने तो यहाँ तक बताया है कि नोटों को बदलने के क्रम में काफी नकली नोटों को प्रयोग में लिया जाता था। नकली नोटों और असली नोटों का प्रतिशत व्यापारी से तय हवे वापसी प्रतिशत पर आधारित थे। इसके बाद से ही एक और काला कारोबार इस गैंग के हाथ लगा और अब इस काम को गुट आगे बढ़ा रहा है। सूत्र बताते है कि इस कारोबार में उसका मुख्य सहायक के तौर पर अज़ीम ही है। Continue in Part – 4

pnn24.in

Recent Posts

विधायक हंसू राम ने मरीजों में फल वितरित कर मनाया अपना जन्मदिवस

उमेश गुप्ता बिल्थरारोड(बलिया): 357 विधानसभा बेल्थरा रोड के सुभासपा के विधायक हंसू राम ने अपने…

5 hours ago

बिल्थरारोड (बलिया): असलहे के बल पर 70 हज़ार की लूट

उमेश गुप्ता बिल्थरारोड (बलिया): उभांव थाना क्षेत्र के सीयर-पशुहारी मार्ग पर बुधवार की प्रातः करीब…

5 hours ago

पारिवारिक कलह से पत्नी ने काटी अपने हाथो से अपनी नसे

उमेश गुप्ता बिल्थरारोड(बलिया): उभांव थाना क्षेत्र के ग्राम शिवपुरी मठिया निवासिनी संगम कुमार 24 वर्ष…

6 hours ago

आन्ध्रप्रदेश में अपहृत कर बंधक बनाये गए बलिया के युवक को कराया पुलिस ने मुक्त

उमेश गुप्ता बिल्थरारोड(बलिया): क्षेत्र के फरसाटार निवासी परशुराम राजभर को कई दिनों तक आंध्र प्रदेश…

7 hours ago