फारुख हुसैन
पलिया कलां खीरी÷ गौरीफंटा बॉर्डर के रास्ते पड़ोसी देश नेपाल के नागरिकों को उनके देश भेजे जाने का सिलसिला लगातार जारी है। मंगलवार को देश के विभिन्न प्रदेशों से पलिया शहर में पहुंचे 2568 नेपाली नागरिकों को गौरीफंटा बॉर्डर के रास्ते उनके वतन भेजा गया जबकि नेपाल में फंसे 490 भारतीय नागरिक बसों पर सवार होकर पलिया शहर पहुंचे।
पड़ोसी मित्र राष्ट्र नेपाल सरकार ने गौरीफंटा बॉर्डर सहित 20 अन्य अधिकृत बॉर्डरों को नेपाली नागरिकों के प्रवेश के लिए खोल दिया है। नेपाल सरकार के इस निर्णय के बाद उम्मीद जताई जा रही है एक-दो दिन में पलिया तहसील व पुलिस प्रशासन के साथ गौरीफंटा बॉर्डर पर तैनात कर्मचारियों को भी खासा राहत मिल जाएगी।
इन सबके बीच मंगलवार को देश के विभिन्न प्रदेशों ने मजदूरी करने वाले 2500 से अधिक नेपाली नागरिक पलिया आ पहुंचे जहां से उन्हें तहसीलदार आशीष कुमार सिंह व उनकी टीम में गौरीफंटा बॉर्डर के लिए रवाना किया। गौरीफंटा बॉर्डर पर तैनात कोतवाल रमेश चंद यादव व चौकी इंचार्ज शंखधर भट्ट ने नेपाली नागरिकों को नेपाल सीमा में प्रवेश दिया। वहीं नेपाल में फंसे 490 भारतीय नागरिक बसों के माध्यम से पलिया शहर के क्वारंटीन केंद्रों में पहुंचे।
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