तारिक आज़मी संग तारिक खान
प्रयागराज। उत्तर प्रदेश में 69 हज़ार शिक्षक भर्ती में हुआ घोटाला अब खुलने की तैयारी में है। घोटाले में एक बड़े और रसूखदार भाजपा नेता का नाम सामने आ चूका है। चन्द्रमा यादव नाम के इस भाजपा नेता पर अब एसटीऍफ़ ने शिकंजा कसना शुरू किया है। चन्द्रमा अभी दस दिन पहले ही ज़मानत पर जेल से बाहर आया है। मामले की जाँच कर रही स्पेशल टास्क फ़ोर्स ने कल रविवार को शिक्षक भर्ती घोटाले में फरार भाजपा नेता के तलाश में जमकर छापेमारी किया।
प्रीतम नगर में चंद्रमा के घर और फिर स्कूल में छापा
एसटीएफ ने रविवार दोपहर पहले प्रीतम नगर में चंद्रमा के घर और फिर स्कूल में छापा मारा। वह नहीं मिला तो कौशांबी के पिपरी, महेवाघाट समेत कई अन्य संदिग्ध ठिकानों पर दबिश दी गई है। मगर वहां से भी उसके बारे में कुछ पता नहीं चला। तब एसटीएफ ने अलग-अलग गांव में रहने वाले कई रिश्तेदारों को उठा लिया। उनसे चंद्रमा यादव के बारे में पूछताछ की गई, जिनसे कुछ जानकारी मिली है। एसटीएफ का दावा है कि जल्द ही फरार आरोपितों को दबोच लिया जाएगा। शनिवार को भी भदोही, धूमनगंज और सोरांव सहित कई स्थानों पर छापेमारी करते हुए एटीएफ ने पांच संदिग्ध युवकों को पूछताछ के लिए उठाया था।
भाजपा नेता चंद्रमा पर है पेपर लीक करवाने का बड़ा आरोप
प्रदेश के परिषदीय स्कूलों में 69 हजार सहायक शिक्षक भर्ती फर्जीवाड़ा मामले में नामजद करते हुए वांछित घोषित किया गया है। चंद्रमा पर आरोप है कि वह अपने स्कूल में परीक्षा के दौरान पेपर आउट करवाता था। एक पेपर के लिए वह चार लाख रुपये लेता था। फर्जीवाड़ा करने वाला सरगना डॉ। केएल पटेल और उसके करीबी ललित त्रिपाठी ने पुलिस को दिए गए बयान में यह बात कही थी। इसी आधार पर सोरांव पुलिस ने उसे मुक़दमे में नामजद किया है अब इसकी जांच एसटीएफ कर रही है।
कौन है चन्द्रमा यादव
चन्द्रमा यादव को प्रयागराज में बीजेपी के रसूखदार नेताओं में जाना जाता है। वह लम्बे अरसे तक कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह का प्रतिनिधि रहा है। वह बीजेपी के किसान मोर्चे की प्रदेश कार्यसमिति का सदस्य रहा है तो साथ ही पार्टी की महानगर इकाई में उपाध्यक्ष रह चुका है। पहली से बारहवीं क्लास तक चलने वाले कॉलेज में सिर्फ 200 बच्चे ही पढ़ते हैं। पूरे कॉलेज में सिर्फ 12 कमरे हैं।
कॉलेज में ज़्यादातर कमरों में पक्की छत भी नहीं है। किसी भी कमरे में प्लास्टर तक नहीं है। पंचम लाल आश्रम इंटर कॉलेज नाम से चलने वाला यह कॉलेज मेन रोड से तकरीबन साढ़े तीन किलोमीटर अंदर बेहद संकरे रास्ते पर है। गंगा के कछार पर निकलने वाले इस रास्ते पर पब्लिक ट्रांसपोर्ट छोड़ दीजिये, रिक्शे तक नहीं चलते हैं। ऐसे में बड़ी भर्तियों के सेंटर बनाए जाने का फैसला ही सवालों के घेरे में है।
चन्द्रमा इससे पहले जनवरी महीने में टीईटी परीक्षा का पेपर लीक करने के आरोप में एसटीएफ द्वारा गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है। वह अपने कॉलेज के सेंटर से पेपर लीक कराकर उसे केएल पटेल के गिरोह को देता था। हालांकि, चन्द्रमा का परिवार उसे निर्दोष बताते हुए इसके पीछे किसी बड़ी सियासी साजिश की आशंका जता रहा है।
आदिल अहमद डेस्क: कैलाश गहलोत के आम आदमी पार्टी से इस्तीफ़ा देने पर राज्यसभा सांसद…
आफताब फारुकी डेस्क: बीती रात रूस ने यूक्रेन की कई जगहों पर कई मिसाइलों और…
तारिक खान डेस्क: दिल्ली सरकार में परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने मंत्री पद और आम…
फारुख हुसैन डेस्क: मणिपुर में शनिवार को हुई हिंसा पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने…
अबरार अहमद डेस्क: उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य से शनिवार को फूलपुर में…
माही अंसारी डेस्क: मणिपुर और असम की सीमा के पास जिरी नदी में शुक्रवार को…