आदिल अहमद
नई दिल्ली: लगभग दो महोनो से अधिक समय तक बंद रहने वाले शापिग माल्स, धार्मिक स्थल, होटल, रेस्टुरेंट, आदि एक बार शर्तो के अधीन उस समय आज से खुलने जा रहे है जब देश में सबसे अधिक संक्रमित मामले सामने आ रहे है। रुकी हुई अर्थव्यवस्था को शुरू करने की कवायद के बीच सरकार ने अनलॉक 1 की प्रक्रिया शुरू किया है। मगर आपको अपनी और अपने परिवार की सेहत के लिए ज़रूर सोचना होगा।
भारत लॉकडाउन से बाहर निकलने की तैयारी कर रहा है और एसओपी के साथ सभी गैर-कंटेनमेंट क्षेत्रों में प्रतिबंधित गतिविधियां बहाल करने के लिए तीन चरणों की योजना के तहत पहला दौर ‘अनलॉक-1′ के रूप में तब शुरू होने जा रहा है, जब देश में रविवार को लगातार पांचवें दिन भी कोविड-19 के मामलों में 9,000 से अधिक की वृद्धि हुई और पहली बार मामलों की संख्या एक दिन में 10,000 के स्तर को पार कर गयी।
सभी गैर कंटेमेंट ज़ोन के होटल, माल्स, रेस्टुरेंट, धार्मिक स्थल आदि नये नियमों के तहत खोले जा रहे है। इस नए नियम के तहत मुख्य रूप से प्रवेश के लिए टोकन प्रणाली जैसी व्यवस्थाएं होंगी, वहीं मंदिरों में ‘प्रसाद’ आदि का वितरण नहीं होगा। कोरोना वायरस संक्रमण के बढ़ते मामलों के बीच इन सब स्थलों के खुलने से नयी चुनौतियां सामने आ सकती हैं।
- स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक देश में रविवार को लगातार पांचवें दिन भी एक दिन में सर्वाधिक मामले सामने आने का सिलसिला जारी रहा। जहां, 9,971 नये मामले सामने आने से देश में कुल संक्रमितों की संख्या 2,46,628 पर पहुंच गई है, वहीं मृतक संख्या 6,929 हो गई है। भारत में शनिवार सुबह से लेकर पिछले 24 घंटे में 287 लोगों की मौत हुई है।
- केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा एसओपी जारी किये जाने के बाद शॉपिंग मॉल, होटलों और रेस्तरां तथा धार्मिक स्थलों पर जाना अब लॉकडाउन लगने से पहले की तरह नहीं होगा। मॉल में सिनेमा हॉल, गेमिंग आर्केड और बच्चों के खेलने की जगहें पहले की तरह प्रतिबंधित स्थल में रहेंगी।
- नया चरण खासतौर पर पांच सबसे बुरी तरह प्रभावित राज्यों के लिए चुनौती वाला है जहां देश के कुल संक्रमण के मामलों के करीब 70 प्रतिशत मामले हैं और इन पांच राज्यों में करीब 78 प्रतिशत मौत के मामले आए हैं। देश में संक्रमण के सबसे ज्यादा 85,975 मामले महाराष्ट्र में हैं। इसके बाद तमिलनाडु में 30,152, दिल्ली में 28,936, गुजरात में 20,097 और राजस्थान में 10,559 मामले हैं। इन पांच सबसे बुरी तरह प्रभावित राज्यों के बाद उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश में मामलों की संख्या दस हजार के करीब है।
- एसओपी परामर्श वाली प्रकृति के हैं और केंद्र सरकार ने इनका ब्योरा तय करने का अधिकार राज्यों को दिया है। मसलन पंजाब सरकार ने अपने दिशानिर्देशों के तहत मॉलों में प्रवेश के लिए टोकन देने की प्रणाली अपनाई है।गुजरात में कुछ धार्मिक स्थलों ने पालियों में प्रार्थना और श्रद्धालुओं के लिए टोकन प्रणाली शुरू की है ताकि सामाजिक दूरी के नियम का पालन हो और भीड़-भाड़ नहीं हो।
- दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने घोषणा की कि दिल्ली सरकार द्वारा संचालित अस्पताल और निजी अस्पताल कोरोना वायरस संकट के दौरान केवल दिल्लीवासियों का इलाज करेंगे वहीं शहर की सीमाएं सोमवार से फिर खुल जाएंगी। केजरीवाल ने ऑनलाइन ब्रीफिंग में कहा कि केंद्र संचालित अस्पतालों में इस तरह की कोई पाबंदी नहीं होगी और अगर दूसरे राज्यों से लोग किसी विशेष सर्जरी के लिए दिल्ली आते हैं तो वे निजी अस्पतालों में इलाज करा सकते हैं।
- केंद्रीय संस्कृति मंत्रालय ने भी आठ जून से भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) के तहत 820 केंद्रीय संरक्षित स्मारकों को खोलने की मंजूरी दे दी है, जिनमें पूजास्थल हैं।केंद्र सरकार के दिशानिर्देशों के तहत कर्नाटक सरकार ने धार्मिक स्थलों के लिए सामाजिक दूरी बनाकर रखने, तीर्थ (पवित्र जल) या प्रसाद नहीं बांटने और विशेष पूजा अर्चना पर रोक रखने के नियम तय किये हैं। गोवा में चर्च और मस्जिदों को कुछ और समय तक बंद रखने का फैसला लिया गया है। महाराष्ट्र सरकार ने धार्मिक स्थलों को खोलने पर अभी फैसला नहीं किया है।
- दिल्ली की जामा मस्जिद के शाही इमाम सैयद अहमद बुखारी ने कहा कि ऐतिहासिक मस्जिद सोमवार से खुलेगें। उन्होंने बताया किमस्जिद में वजू के काम आनी वाली हौज खाली कर दी गई है, लोग अपने घरों से वजू करके आएंगे। दरियां भी हटाकर लोगों अपने घरों से चटाई लाने के लिए कहा गया है। समाजिक दूरी के लिए फर्श पर निशान बनाए गए हैं।
- दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधन समिति के अध्यक्ष मनजिंदर सिंह सिरसा ने कहा कि सीसगंज, रकाबगंज और बंगला साहिब गुरद्वारों में भी संक्रमणमुक्ति सुरंग स्थापित की गई है।सिरसा ने कहा, ‘‘समूचे परिसरों को नियमित तौर पर संक्रमणमुक्त किया जा रहा है। एक-दूसरे के शरीर से दूरी सुनिश्चित करने के लिए प्रवेश और निकास बिंदुओं की संख्या बढ़ा दी गई है।” लोगों को सिर ढंकने के लिए कपड़ा नहीं दिया जाएगा। गुरुद्वारे में जूते-चप्पल संभालने का काम नहीं होगा और पैरों को साफ करने के लिए संक्रमणमुक्त पानी का इस्तेमाल किया जाएगा। सि श्रद्धालुओं को गुरुद्वारों में बैठने की अनुमति नहीं होगी।
- बिशप अनिल कोउतो, दिल्ली, आर्चडियोसीज ने कहा कि रोमन कैथलिक चर्च के तहत आने वाले गिरजाघर सोमवार से तत्काल नहीं खुलेंगे।
- इस बीच, केंद्र ने लॉकडाउन लागू करने के समय का बचाव किया तथा इन खबरों को बेबुनियाद बताकर खारिज कर दिया कि उसने रणनीति बनाने में तकनीकी विशेषज्ञों से सलाह नहीं ली। सरकार ने यह भी कहा कि वह सामने आ रही जानकारी और जमीनी अनुभवों के आधार पर कोविड-19 के खिलाफ रणनीति को दुरुस्त कर रही है।