फारुख हुसैन
लखीमपुर खीरी= लखीमपुर खीरी जिले में बाढ़ का कहर लगातार जारी है बाढ़ के कहर से गांव में लगातार कटान की वजह से पूरे के पूरे गांव निस्तोनाबूत होते जा रहे हैं जिसके चलते जिले के रैनी गांव के अब तक 71 घर नदी में समा चुके हैं। गांव में मात्र 12 घर बचे हैं। मगर उनका भी वजूद खतरे में हैं।
डीएम शैलेंद्र कुमार सिंह भी गांव पहुंचे थे और बाढ़ खंड विभाग को पत्र जारी कर बचाव कार्य शुरू के निर्देश दिए थे। वहीं बाढ़ खंड विभाग ज्यादा पानी और गांव के सभी रास्ते कटे होने का हवाला देकर बचाव कार्य शुरू करने में हीलाहवाली करता रहा। अब जबकि गांव में 12 घर बचे हैं तो गांव को बचाने के लिए बाढ़ खंड विभाग ने काम शुरू किया है। आनन फानन में झाड़ियां और सीमेंट पिलर की तिगोड़िया बनाकर बचाव कार्य शुरू किया गया है।
गांव के कल्लूराम, राममिलन, रमाशंकर वर्मा, कनौजी लाल, रामलखन, देशराज ने बताया कि बाढ़ खंड विभाग चाहता तो शेष रह गए घर बच जाते, लेकिन डीएम के कहने के बाद भी बचाव कार्य शुरू नहीं किया गया। जेई बाढ़ खंड धर्मेंद्र सिंह ने बताया कि गांव में बंबू कैरेट बनाकर कटान रोकने का काम चल रहा है। पूरा प्रयास है कि शेष घर बच जाएं।
इस सम्बन्ध में हमसे बात करते हुवे एसडीएम धौरहरा, एस सुधाकरन ने कहा कि मुझे सूचना मिली थी कि बाढ़ खंड विभाग काम में शिथिलता बरत रहा है। इसलिए मैंने राजस्व निरीक्षक को गांव भेजा है। बाढ़ खंड विभाग के अधिकारियों से भी बात कर रहा हूं। कोई लापरवाही बर्दाश्त नहीं होगी। जिनके घर कट चुके हैं उन्हें गृह अनुदान और मुख्यमंत्री आवास दिए जाएंगे। –
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