Categories: Crime

प्रयागराज – सात जन्मो के साथी पति बना इसी जन्म में अर्धांगनी का हत्यारा, बीच मझधार में नाव से दे दिया था धक्का

तारिक खान

प्रयागराज। जब जीवन साथी ही जीवन के रखवाले की जगह जीवन लेने वाला बन जाए तो फिर इंसान किस पर भरोसा करेगा। एक बेटी खुद का घर और परिवार छोड़ कर सात फेरो के साथ जिस पुरुष का हाथ थामे, वही उसकी जान ले बैठे तो ये इंसानियत को मार देने वाली ही घटना कही जाएगी। ऐसा हु कुछ हुआ था उस महिला के साथ जिसकी हवेलिया स्थित गंगा घाट पर तीन दिन पहले गंगा स्नान के दौरान डूब जाने से मृत्यु हो गई थी।

मामले का जब पुलिस ने खुलासा किया तो लोगो ने दांतों तले उंगली दबा लिया। ये एक दुर्घटना नही थी, बल्कि उसके पति ने ही उसकी हत्या की थी। उसने अपने दोस्त के साथ मिलकर साजिश रची और पत्नी को गंगा में बीच मझधार नाव से धक्का दे दिया। पुलिस की अब तक की जांच से पता चला है की पति ने अपने दोस्त को 50 हजार की सुपारी भी दी थी। दोस्त की तलाश में दबिश दी जा रही है। पुलिस ने अभी इस मामले का खुलासा नहीं किया है। अधिकारियों का कहना है कि आरोपी ने जो बयान दिए हैं, उसकी तहकीकात की जा रही है।

घटना के सम्बन्ध में प्राप्त जानकारी के अनुसार कोहना गांव निवासी रामकैलाश किसानी के साथ ही बालू व पटरा-बल्ली का कारोबार करता है। उसका विवाह तकरीबन चार साल पहले भीटी-हंडिया गांव निवासी 25 वर्षीय लक्ष्मी देवी से हुआ था। सोमवार को उसने ट्रैक्टर खरीदा था। उसके बाद वह पत्नी लक्ष्मी के साथ हवेलिया के पास गंगाघाट पर पूजन करने पहुंचा था। पुलिस सूत्रों के मुताबिक पहले से तय योजना के तहत उसका एक साथी घाट किनारे नाव के साथ वहां मौजूद था। नाव पर पत्नी लक्ष्मी को बैठाने के बाद उसका साथी और दो नाविक गंगा नदी की बीच धारा में पहुंचे और लक्ष्मी को पूजन के बहाने आगे किया। इसके बाद उसे पानी में ढकेल दिया गया। राम कैलाश के साथी ने बड़े डंडे से लक्ष्मी को कई बार गहरे पानी में देर तक डूबो कर रखा। जब लक्ष्मी डूब गई तो इत्मिनान करने के बाद सभी नाव से किनारे आ गए।

घाट के किनारे आने पर पुलिस को सूचना दी गई कि गंगा में नहाने के दौरान उसकी पत्नी गहरे पानी में डूब गई। पूछताछ में पुलिस को पता चला है कि रामकैलाश ने बीवी के कत्ल के लिए अपने साथी को 50 हजार रुपये की सुपारी दी थी। हत्या से पहले बीस हजार रुपये एडवांस भी दे दिए गए थे।

पत्नी के चरित्र पर शक करता था, आए दिन होती थी मारपीट

लक्ष्मी छह बहन और तीन भाईयों में आठवें नंबर पर थी। उसे एक तीन साल की बेटी जान्ह्वी भी है। पति राम कैलाश ने पुलिस को बताया है कि विवाह के कुछ रोज बाद से ही दोनों में झगड़े होने लगे थे। उसे पत्नी के चरित्र पर भी शक था। भाई, बहन और सास-ससुर से भी उसका झगड़ा होता था। आए दिन हो रहे झगड़े से वह बेहद परेशान था। इसी के चलते तकरीबन तीन माह पहले उसने अपने दोस्त के साथ मिलकर पत्नी के कत्ल की साजिश रच ली थी।

pnn24.in

Recent Posts

आशा सामाजिक शिक्षण केन्द्रों का हुआ संचालन प्रारम्भ, वाराणसी जनपद में कुल 11 केंद्र का संचालन लगभग 350 बच्चे हो रहे हैं लाभान्वित

शाहीन अंसारी वाराणसी: विगत वर्षों की भांति इस वर्ष भी सामाजिक संस्था आशा ट्रस्ट द्वारा…

4 hours ago

एशियन ब्रिज इंडिया, मेन एंगेज इंडिया और साधिका ने मनाया अंतरराष्ट्रीय महिला हिंसा विरोधी दिवस

ए0 जावेद वाराणसी: महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के शिक्षाशास्त्र विभाग में अंतर्राष्ट्रीय महिला हिंसा विरोधी…

4 hours ago

संभल जामा मस्जिद प्रकरण में बोले ओवैसी ‘अदालत द्वारा बिना मस्जिद का पक्ष सुने आदेश पास करना गलत है’

निलोफर बानो डेस्क: उत्तर प्रदेश के संभल ज़िले में शाही जामा मस्जिद के सर्वे के…

5 hours ago

संभल हिंसा में मृतकों की संख्या बढ़कर हुई 4, बोले डीआईजी ‘इस मामले में निष्पक्ष जाँच होगी’

निलोफर बानो डेस्क: उत्तर प्रदेश के संभल ज़िले में शाही जामा मस्जिद के सर्वे के…

5 hours ago